Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के तीन दिन बाद भी मुख्यमंत्री का नाम तय न हो पाने के बीच 26 नवंबर को केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के एक बयान ने राज्य का राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को केंद्र में काम करना चाहिए और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। इससे राज्य के विकास में तेजी आएगी।
महाराष्ट्र को लेकर केंद्रीय भाजपा की रणनीति
रामदास आठवले ने बयान में कहा कि केंद्रीय भाजपा इसी रणनीति पर काम कर रही है और एकनाथ शिंदे को केंद्र में जाने के लिए मनाने का काम चल रहा है, बहुत जल्द इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। रामदास आठवले ने यह भी कहा कि अजीत पवार और भाजपा के विधायकों की संख्या बहुमत से काफी ज्यादा है, इसलिए एकनाथ को अब केंद्र में लेना एनडीए के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। आठवले ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने सीएम के तौर पर बहुत अच्छा काम किया है, इस काम को देवेंद्र फडणवीस आगे जारी रखेंगे।
शिवसेना शिंदे गुट ने बताया आठवले का निजी बयान
रामदास आठवले के इस बयान को शिंदे समूह की शिवसेना के प्रवक्ता ने उनका निजी बयान बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन ने एकनाथ शिंदे के ही नेतृत्व में चुनाव लड़ा। उनके ही नेतृत्व में ही एनडीए को बंपर बहुमत हासिल हुआ है, इसलिए एकनाथ को ही सीएम बनना चाहिए। हालांकि, प्रवक्ता ने यह भी कहा कि केंद्रीय भाजपा जो निर्णय लेगी, उसका स्वागत किया जाएगा। भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने कहा कि भाजपा ने किसी को मुख्यमंत्री पद का आश्वासन नहीं दिया है। बहुत जल्द भाजपा विधायकों की बैठक ली जाएगी और भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
दो पर्यवेक्षक आएंगे मुंबई
सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए बहुमत है, लेकिन आगामी राजनीति के बारे में विचार करने के बाद ही मुख्यमंत्री पद का निर्णय लेगी। इसका कारण महाराष्ट्र में मुंबई महानगरपालिका सहित अन्य नगरपालिकाओं के चुनाव होने वाले हैं। साथ ही अगर एकनाथ शिंदे को सीएम नहीं बनाया गया तो उससे कितना नुकसान होगा, इसका भी जायजा लिया जा रहा है। इस बीच जानकारी मिली है कि राज्य में मुख्यमंत्री का पेंच हल करने के लिए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित दो और निरीक्षक मुंबई आएंगे और इसके बाद इस मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा।