Parliament: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री (Union Information and Broadcasting Minister) अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने आज (27 नवंबर) सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री (vulgar content on social media) की जांच के लिए कानूनों के बारे में बात की। उन्होंने लोकसभा (Lok Sabha) में प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा सदस्य अरुण गोविल (Arun Govil) द्वारा अपमानजनक सामग्री की जांच के लिए कानूनों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दिया।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमारे देश और जिन देशों से ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आए हैं, उनकी संस्कृति में बहुत अंतर है। इसलिए मैं चाहूंगा कि संसद की स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए और इस बारे में सख्त कानून बनाए जाएं।”
Minister @AshwiniVaishnaw replies to the questions asked by member @arungovil12 during #QuestionHour in #LokSabha regarding Laws to Check Vulgar Content on Social Media. @ombirlakota @loksabhaspeaker @LokSabhaSectt @MIB_India pic.twitter.com/xu6wEzGNy1
— SansadTV (@sansad_tv) November 27, 2024
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अश्लील सामग्री पर लगे अंकुश
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री पर अंकुश लगाने के लिए मौजूदा कानूनों को और सख्त बनाने की जरूरत है। लोकसभा में सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि संसदीय स्थायी समिति को इस मुद्दे को उठाना चाहिए और इस संबंध में और सख्त कानून बनाने के लिए आम सहमति बनाने का आह्वान किया। पहले संपादकीय जांच होती थी और यह तय किया जाता था कि कुछ सही है या गलत, लेकिन वे जांच खत्म हो गई हैं।
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प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग
वैष्णव ने सदन में हंगामे के बीच कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री पर अंकुश लगाने के लिए मौजूदा कानूनों को और सख्त बनाने की जरूरत है। वे भाजपा सदस्य अरुण गोविल द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अवैध रूप से अश्लील और सेक्स संबंधी सामग्री के प्रसारण की जांच करने के मौजूदा तंत्र के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे और क्या सरकार इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए मौजूदा कानूनों को और सख्त बनाने का प्रस्ताव रखती है कि उक्त कानून इन प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए ज्यादा प्रभावी नहीं हैं।
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