Cyber Crime: ‘शेयर ट्रेडिंग’ के नाम पर एक सेवानिवृत्त शिप कैप्टन से 11 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी के मामले में साइबर क्राइम ब्रांच और साइबर पुलिस ने डोंगरी से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार इस्मा की पहचान कैफ इब्राहिम मंसूरी (31) के रूप में हुई है और पुलिस ने उसके कब्जे से 33 डेबिट कार्ड और 12 चेक बुक जब्त की है। गिरफ्तार आरोपी पहले एक बैंक में नौकरी करता था और वह विदेश में बैठे साइबर माफियाओं के लिए बैंक खाते खुलवाने का काम कर रहा था।
ऐसे लगाया 11 करोड़ 16 लाख रुपये का चूना
कुछ महीने पहले शुरू हुए शेयर ट्रेडिंग घोटाले के जरिए साइबर माफिया ने कोलाबा के एक सेवानिवृत्त जहाज कप्तान को 11 करोड़ 16 लाख रुपये का चूना लगाया था। आन्या स्मिथ नाम की एक महिला ने कैप्टन का मोबाइल नंबर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, जिसमें उसने जानकारी अपलोड की और साथी सदस्यों से पूछा कि क्या वे शेयर बाजार में निवेश करने के लिए तैयार हैं, कैप्टन ने व्हाट्सएप ग्रुप पर संदेश की पुष्टि की और शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सहमत हो गई। स्मिथ नाम की महिला ने शिकायतकर्ता कप्तान को दूसरे ग्रुप में जोड़ा और एक लिंक भी शेयर किया। शिकायतकर्ता ने लिंक पर क्लिक किया और ट्रेडिंग के लिए कंपनी का ऐप डाउनलोड किया। इसके बाद उन्हें स्मिथ और उसके सहयोगियों से संस्थागत खाता ट्रेडिंग, ओटीसी ट्रेडिंग, आईपीओ आदि के बारे में संदेश मिलने लगे, जिससे शिकायतकर्ता ने 5 सितंबर से 19 अक्टूबर के बीच स्मिथ और उसके सहयोगियों द्वारा अनुशंसित शेयरों में निवेश करने के लिए विभिन्न बैंक खातों में पैसे भेजे। शिकायतकर्ता ने आरोपी के निर्देशानुसार 22 में से 11 लेनदेन किए, जिसमें 16 करोड़ रुपये विभिन्न बैंक खातों में भेजे गए।
पुलिस स्टेशन में की शिकायत
जब कैप्टन को एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है तो उन्होंने तुरंत इस मामले में साउथ साइबर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया. इस अपराध की जांच साइबर क्राइम ब्रांच और साउथ साइबर पुलिस स्टेशन ने शुरू की थी। पुलिस की जांच में जिन बैंक खातों से कैप्टन ने 22 ट्रांजैक्शन किए, उनमें से आईडीएफसी बैंक से एक महिला ने चेक के जरिए 6 लाख रुपये निकाले थे। पुलिस ने तुरंत कैफ को हिरासत में लिया और उसके पास से विभिन्न नाम से 33 डेबिट कार्ड और 12 चेक बुक जब्त कीं।
कैफ गिरफ्तार
इस मामले में कैफ को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे की गई गहन जांच में पता चला कि कैफ पहले एक बैंक में काम करता था और विदेशों में साइबर माफियाओं के कहने पर मुंबई से बैंक खाता खोलने का काम कर रहा था। बैंक से प्राप्त वीजा कार्ड खोलकर विदेश स्थित साइबर माफिया को चेक बुक और डेबिट कार्ड भेज दिया। जांच में पता चला है कि खोले गए बैंक खाते में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है और उसमें से कुछ रकम कैफ मुंबई के बैंकों से निकाल कर खाताधारकों को 10 फीसदी कमीशन देता था और 10 फीसदी कमीशन खुद भी रखता था। साइबर पुलिस ने कैफ को गिरफ्तार कर लिया है और उसके संपर्कों की तलाश कर रही है।