Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत के बाद 28 नवंबर को एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने अपने नेताओं के साथ दिल्ली में अहम बैठक की। बैठक में एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नरहरी जिरवाड, अजित पवार के बेटे पार्थ पवार और विधायक हीरामन खोसकर भी मौजूद रहे। बैठक में अजीत पवार ने अपनी पार्टी की मजबूती पर भी जोर दिया।
अजित पवार ने कहा कि हमारी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी थी। इसके लिए हमें अब और अधिक काम करने की जरूरत है। हम लड़ेंगे और हमें सफलता मिलेगी। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अजित पवार ने कहा कि आज रात केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह के साथ बैठकहोगी। इस बैठक में महाराष्ट्र सरकार में किस पार्टी की कितनी हिस्सेदारी रहेगी, इस पर विस्तार से चर्चा होगी।
विपक्ष के आरोप निराधार
अजित पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के चयन पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव के समय इस पर कोई फैसला नहीं किया गया था। अगर फैसला ले लिया जाता तो चीजें अलग हो सकती थीं। कुछ पार्टियों को लग सकता है कि उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। शुरू में महायुति का लक्ष्य अपने गठबंधन के लिए ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना था और हमें उसी के अनुसार समर्थन मिला, जो सभी को दिखाई दे रहा था। ईवीएम को लेकर विपक्ष के आरोपों पर अजित पवार ने कहा कि विपक्ष के आरोप सही नहीं हैं। जब लोकसभा का चुनाव हुआ तो ईवीएम बहुत अच्छी थी। विधानसभा में विपक्ष के पक्ष में फैसला नहीं आया तो ईवीएम खऱाब हो गई।