Parliament Winter Session: तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने 2 दिसंबर (आज) कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के ऑफिस में इंडी ब्लॉक नेताओं की बैठक (Indi Block leaders meeting) में भाग नहीं लिया। एनडीटीवी में छपे खबर के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि वह संसद में महंगाई, बेरोजगारी, धन की कमी और मणिपुर में अशांति सहित छह प्रमुख मुद्दे उठाना चाहती है।
“लेकिन कांग्रेस केवल अडानी मुद्दे पर ही जोर देना चाहती है। इसलिए तृणमूल कांग्रेस इंडी इंडिया ब्लॉक नेताओं की बैठक में शामिल नहीं हुई।” तृणमूल सूत्र ने यह भी कहा कि यह इंडी ब्लॉक में एकमात्र पार्टी है जो कांग्रेस की चुनावी साझेदार नहीं है। “इसलिए पार्टी में यह भावना है कि जब हमारे शीर्ष मुद्दे एजेंडे में नहीं हैं तो हम इंडी ब्लॉक में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं हैं।”
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कांग्रेस कि जिद्द
कांग्रेस मांग कर रही है कि अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग पर चर्चा के लिए सदन में सभी कामकाज स्थगित कर दिए जाएं। 2 दिसंबर (आज) सुबह भी कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने अडानी मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। हालांकि, कांग्रेस समेत कई दलों के सांसदों ने चक्रवात फेंगल के कारण हुए नुकसान, मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा, बांग्लादेश में इस्कॉन के साधुओं को निशाना बनाए जाने और पंजाब में धान की खरीद में देरी जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की मांग की है। वहीँ अडानी समूह ने कहा है कि गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और वरिष्ठ कार्यकारी विनीत जैन रिश्वतखोरी के आरोपों से मुक्त हैं। गौतम अडानी ने कहा है कि यह कोई पहली चुनौती नहीं है जिसका सामना समूह ने किया है और इस बात पर जोर दिया कि “हर हमला हमें मजबूत बनाता है”।
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बंगाल के मुद्दों को प्राथमिकता
अराजकता और बार-बार स्थगन के कारण पिछले कई दिनों से संसद की कार्यवाही बाधित है। सत्र 20 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। इससे पहले, तृणमूल महासचिव और पार्टी के दूसरे नंबर के नेता अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट किया था कि तृणमूल शीतकालीन सत्र के दौरान बंगाल के मुद्दों को प्राथमिकता देगी। “हमारा रुख बहुत स्पष्ट है। हम पहले बंगाल के मुद्दों को प्राथमिकता देंगे। केंद्र ने बंगाल के बकाए को रोक दिया है। हम इन मुद्दों पर संसद में चर्चा चाहते हैं। कांग्रेस से जाकर पूछिए। मैंने कहा है कि हम बंगाल के मुद्दों को प्राथमिकता देंगे। उनका क्या रुख है?”
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तत्काल कार्रवाई की मांग
इससे पहले, तृणमूल की वरिष्ठ सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि पार्टी नहीं चाहती कि संसद बाधित हो। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि संसद चले। हम सिर्फ एक मुद्दे पर सदन को बाधित नहीं करना चाहते। हम इस सरकार को कई मामलों में जवाबदेह ठहराएंगे।” तृणमूल ने पहले कहा था कि वह संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मणिपुर में चल रही अशांति का मुद्दा उठाएगी और पूर्वोत्तर राज्य में शांति लाने के लिए केंद्र से तत्काल कार्रवाई की मांग करेगी।
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