राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार सर्जरी के बाद एक बार फिर राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने कोरोना संकट के दौरान होटल और बार मालिकों की दुर्दशा पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने व्यापारियों के बिजली बिल और कर भरने में राहत देने की मांग की है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पवार पर निशाना साधा है।
भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने इसे लेकर ट्वीट किया, “साहब ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बार मालिकों को बिजली के बिलों में रियायत दी जाए। उम्मीद है कि वह किसानों के लिए भी उसी उत्साह के साथ एक पत्र लिखेंगे। 100 करोड़ रुपये के कर्ज के बोझ तले दबे बार मालिकों के प्रति आपकी चिंता को देखकर मैं हतप्रभ हूं।”
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मा. @PawarSpeaks साहेबांनी बारमालकांना वीज बिलात सवलत द्यावी अशी मागणी मुख्यमंत्र्यांकडे केली आहे, याच कळकळीने आपण शेतकऱ्यांसाठीही एखादे पत्र पाठवाल अशी अपेक्षा आहे. १०० कोटींच्या बोजाने दबलेल्या बार मालकांबाबत आपली कळकळ पाहून माझा कंठ दाटून आला आहे हे मी नमूद करू इच्छितो. pic.twitter.com/w1iatu9T43
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) May 7, 2021
भाजपा विधायक ने ट्वीट कर कसा तंज
उन्होंने आगे लिखा है,”पवार साहब के अस्पताल से सुरक्षित वापसी पर अभिनंदन। सर्जरी के बाद स्वस्थ होने के बाद सबसे पहले आपने बार मालिकों के लिए आवाज उठाई। आप उनके लिए आवाज उठाने वाले पहले व्यक्ति हैं। मराठा आरक्षण की खबरें आपके कानों तक नहीं पहुंची। बार मालिकों की चिंता से अगर समय मिले तो थोड़ा इधर भी ध्यान दें। मराठा समुदाय हमारी ओर बड़ी उम्मीद से से देख रहा है।”
मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में शरद पवार ने ये कहाः
- वैश्विक महामारी कोविड -19 की दूसरी लहर ने महाराष्ट्र में चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है।
- इस कारण राज्य सरकार को पुन: कड़े प्रतिबंध लागू करने पड़े। इससे कई व्यवसाय प्रभावित हुए हैं और कई क्षेत्र के लोग वित्तीय संकट में हैं।
- इस पृष्ठभूमि में होटल व्यवसायियों और आतिथ्य क्षेत्र से जुड़े कुछ प्रतिनिधियों ने मुझसे मुलाकात की और अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी दी।
- इसके अनुसार, होटल-रेस्तरां के व्यावसायियों को बिजली के बिलों में रियायत दी जानी चाहिए।
- होटल-परमिट, बार मालिकों को कम से कम 4 सप्ताह तक उत्पाद शुल्क भुगतान करने की छूट दी जानी चाहिए।