Bangladesh: बांग्लादेश में एक और इस्कॉन मंदिर में लगाई गई आग, हिंदुओं पर हमले बढ़े

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है।

135

बांग्लादेश (Bangladesh) के ढाका जिले (Dhaka District) के धौर गांव में शनिवार सुबह अज्ञात हमलावरों (Attackers) ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (International Society for Krishna Consciousness) के मंदिर में आग (Fire) लगा दी। इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने बताया कि इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple) की टिन की छत उठाकर उसमें आग लगा दी गई। उन्होंने कहा, “आग को तुरंत बुझा दिया गया, लेकिन एक मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई और पर्दे जल गए।” घटना शनिवार को हुई।

इस बीच, इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि धौर गांव में इस्कॉन नमहट्टा केंद्र पूरी तरह जल गया। उन्होंने कहा, “मंदिर में स्थापित श्री राधा-कृष्ण और श्री महाभाग्य लक्ष्मी नारायण की मूर्तियों समेत वहां रखी सारी चीजें जलकर राख हो गईं।” दास ने बताया कि घटना सुबह 2 से 3 बजे के बीच हुई। उन्होंने कहा, “मंदिर के पिछले हिस्से से टिन की छत उठाकर उसमें पेट्रोल या ऑक्टेन डालकर आग लगा दी गई।”

यह भी पढ़ें – Weather Update: अगले तीन दिनों तक उत्तर भारत में हो सकती है हल्की बारिश, जानें अनुमान

हिंदुओं पर बढ़ रहे हमले
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। चिन्मय कृष्ण दास, जो पहले इस्कॉन बांग्लादेश के सदस्य थे, अब बांग्लादेश संयुक्त सनातनी जागरण जोते संगठन के प्रवक्ता हैं। उन्हें 25 नवंबर को देशद्रोह के आरोप में ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। 26 नवंबर को जब उनकी जमानत खारिज हुई तो चटगांव में उनके समर्थकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में सहायक लोक अभियोजक सैफुल इस्लाम अलिफ की हत्या कर दी गई।

भारत-बांग्लादेश संबंधों में तनाव
हाल ही में हिंदुओं पर बढ़ते हमलों और चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय राज्य त्रिपुरा में प्रदर्शनकारियों ने अगरतला में बांग्लादेशी मिशन पर धावा बोल दिया। इसके बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास को तलब कर विरोध जताया।

असम में विरोध
इस बीच, भारतीय राज्य असम में बराक वैली होटल और रेस्तरां एसोसिएशन ने घोषणा की है कि जब तक अल्पसंख्यकों और हिंदुओं पर हमले बंद नहीं हो जाते, वे बांग्लादेश के किसी भी नागरिक को वहां रहने की अनुमति नहीं देंगे। बराक घाटी के तीन जिले – कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांडी – बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के साथ 129 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमले दोनों देशों के बीच संबंधों को और खराब कर सकते हैं। इस मुद्दे पर भारतीय और बांग्लादेशी समुदायों में काफी गुस्सा है।

देखें यह वीडियो – 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.