RG Kar Protest: आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) के पूर्व प्रिंसिपल (former principal) संदीप घोष (Sandeep Ghosh) और ताला पुलिस स्टेशन (Tala police station) के पूर्व प्रभारी (former in-charge) अभिजीत मंडल (Abhijit Mandal) को 13 दिसंबर (शुक्रवार) को उच्च न्यायालय (High Court) द्वारा जमानत (bail) दिए जाने के बाद कोलकाता (Kolkata) में विरोध प्रदर्शन (protest) शुरू हो गया है, क्योंकि केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) (सीबीआई) 90 दिनों की अवधि के भीतर आरोपपत्र दाखिल (chargesheet filed) करने में विफल रही है।
घोष और मंडल को 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन पर “सबूतों के साथ छेड़छाड़” और “महिला डॉक्टर के जल्दबाजी में अंतिम संस्कार में मदद करने” का आरोप लगाया गया था, जबकि उसके परिवार ने विशेष रूप से दूसरी पोस्टमार्टम की मांग की थी।
पीड़िता के लिए न्याय की मांग
बलात्कार और हत्या की शिकार 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के माता-पिता, विभिन्न डॉक्टर संघों और राजनीतिक दलों के साथ मिलकर पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए। शनिवार को साल्ट लेक में एक विरोध रैली में भाग लेने के दौरान पीड़िता के पिता ने मीडिया कर्मियों से कहा, “हमें नहीं पता कि सीबीआई क्या योजना बना रही है। हालांकि, हम उम्मीद नहीं खो रहे हैं। हम न्याय पाने के लिए अंत तक लड़ेंगे। कानूनी लड़ाई और सड़कों पर लड़ाई समानांतर रूप से जारी रहेगी।”
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विरोध रैली
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (WBJDF) ने दोपहर में करुणामयी से साल्ट लेक के CGO कॉम्प्लेक्स में सीबीआई के कार्यालय तक विरोध रैली निकाली। WBJDF के सदस्य देबाशीष हलदर ने कहा, “आज, घोष जैसे लोगों को जमानत मिल गई है। कल, उन्हें किसी प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में बहाल किया जा सकता है। जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम सड़कों पर ही रहेंगे। हमें सीबीआई पर भरोसा था, लेकिन एजेंसी क्या कर रही है?”
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