मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें अब ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) उनके खिलाफ तीन मामलों की गोपनीय जांच कर रही है। इंस्पेक्टर बीआर घाडगे, इंस्पेक्टर अनूप डांगे और बुकी सोनू जालान द्वारा दर्ज की गई शिकायतों पर एसीबी गोपनीय रुप से जांच में जुट गई है।
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ये हैं तीन आरोप
महाराष्ट्र के अकोला स्थित कोतवाली पुलिस स्टेशन में परमबीर सिंह,पुलिस उपायुक्त पराग मनेरे और कुछ अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
- अकोला में कार्यरत पुलिस निरीक्षक बीआर घाडगे ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक को एक पत्र लिखा है। पत्र में घाडगे ने परमबीर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्र के मुताबिक परमबीर सिंह ने ठाणे के पुलिस आयुक्त रहते हुए हजारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाटार किए थे।
- मुंबई के गावदेवी पुलिस स्टेशन के तत्कालीन इंस्पेक्टर अनूप डांगे ने भी परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार और अंडरवर्ल्ड से सांठगांठ के आरोप लगाए हैं।
- बुकी सोनू जालान ने परमबीर पर उससे पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है। इन तीनों की शिकायतें पुलिस महानिदेशक कार्यालय को मिली थीं, जिसे वहां से एसीबी के पास भेजकर इनकी प्रारंभिक जांच का आदेश दिया गया है।
जल्द ही होगी पूछताछ
सूत्रों ने कहा कि तीनों मामलों की गोपनीय जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही शिकायतकर्ताओं को समन जारी किया जाएगा। यह प्रारंभिक जांच है, जिसे तीन महीनों की अवधि में करनी होती है। इस जांच के दौरान जो भी सबूत मिलेंगे, उसके आधार पर शिकायत दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी।