बैंक चेक का उपयोग आज भी आर्थिक लेन-देन में बड़े पैमाने पर किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चेक के अलग-अलग प्रकार होते हैं, और हर प्रकार का चेक अलग-अलग परिस्थितियों में इस्तेमाल किया जाता है? आइए जानते हैं 9 प्रमुख प्रकार के बैंक चेक और उनके उपयोग।

1. Bearer Cheque (धारक चेक) यह चेक उस व्यक्ति को दिया जाता है जो इसे बैंक में प्रस्तुत करता है। इसे "कैश चेक" भी कहा जाता है क्योंकि इसे बैंक से नकद में भुनाया जा सकता है। उपयोग: तत्काल नकद भुगतान के लिए।

2. Order Cheque (ऑर्डर चेक) इस प्रकार के चेक में "Bearer" शब्द काटा जाता है। यह केवल उस व्यक्ति को भुगतान करने के लिए होता है जिसका नाम चेक पर लिखा हो। उपयोग: सुरक्षित भुगतान के लिए।

3. Crossed Cheque (क्रॉस्ड चेक) इस चेक पर दो समानांतर रेखाएं होती हैं। इसे नकद में नहीं बल्कि बैंक खाते में ही जमा किया जा सकता है। उपयोग: भुगतान को सुरक्षित रखने के लिए।

4. Account Payee Cheque (अकाउंट पेयी चेक) यह चेक "Account Payee Only" का उल्लेख करता है और केवल लाभार्थी के खाते में जमा किया जा सकता है। उपयोग: बड़ी रकम के सुरक्षित भुगतान के लिए।

5. Post-dated Cheque (पोस्ट-डेटेड चेक) इसमें चेक की तारीख भविष्य की होती है। इसका उपयोग नियत तारीख के बाद ही किया जा सकता है। उपयोग: भविष्य में होने वाले भुगतान के लिए।

6. Stale Cheque (स्टेल चेक) चेक जारी होने के तीन महीने बाद अगर इसे जमा किया जाता है, तो वह अमान्य हो जाता है। उपयोग: सावधानी बरतने के लिए।

7. Self Cheque (सेल्फ चेक) इस प्रकार का चेक तब जारी किया जाता है जब चेक जारीकर्ता खुद नकद निकासी करना चाहता है। चेक पर "Self" लिखा जाता है। उपयोग: स्वयं के लिए नकद निकासी।

8. Blank Cheque (ब्लैंक चेक) इसमें केवल हस्ताक्षर होते हैं और अन्य विवरण खाली छोड़े जाते हैं। उपयोग: विशेष मामलों में, लेकिन उच्च जोखिम होता है।

9. Travelers Cheque (ट्रैवलर्स चेक) यह नकद के बदले यात्रा के दौरान उपयोग में आता है और चोरी होने पर इसे वापस प्राप्त किया जा सकता है। उपयोग: विदेश यात्रा या सुरक्षित यात्रा के लिए।

सावधानी: चेक का उपयोग करते समय सतर्क रहें। गलत तरीके से चेक का उपयोग धोखाधड़ी या आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। हमेशा सुनिश्चित करें कि चेक पर सभी विवरण सही और स्पष्ट हैं।