– ऋजुता लुकतुके
खेल रत्न पुरस्कार (Khel Ratna Award) के लिए निशानेबाज (Shooter) मनु भाकर (Manu Bhaker) को बाहर किए जाने पर ताजा विवाद के बीच मनु भाकर ने खुद आगे आकर खेल रत्न पुरस्कार के लिए अपने आवेदन (Application) में गलती स्वीकार की है। मनु भाकर ने इस साल पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में पिस्टल शूटिंग वर्ग में दो कांस्य पदक जीते। मनु एक ही स्पर्धा में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बन गई हैं। इसलिए इस साल जब वह खेल रत्न पुरस्कार पाने की उम्मीद कर रही थीं, तो वास्तव में दो नामों हरमनप्रीत सिंह और प्रवीण कुमार की घोषणा की गई। लेकिन मनु भाकर का नाम नहीं था। मनु के पिता राम किशन ने भी इस पर नाराजगी जताई। मनु को और क्या करना चाहिए? राम किशन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे उसे यह गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए था।”
मनु ने अब सोशल मीडिया पर अपनी नई भूमिका की घोषणा की है जबकि खेल मंत्रालय ने कहा है कि पुरस्कार अभी तय नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा, ”खेल रत्न पुरस्कार को लेकर पैदा हुए विवाद के बारे में मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि मेरा काम खेलते रहना है और मेरा लक्ष्य देश के लिए अच्छा प्रदर्शन जारी रखना है।’ पुरस्कार के लिए मेरे आवेदन में एक त्रुटि है। इसे ठीक करने के प्रयास जारी हैं।”
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) December 24, 2024
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“पुरस्कार और सम्मान निश्चित रूप से मुझे प्रेरित करते हैं। लेकिन, वह मेरा अंतिम लक्ष्य नहीं है। मनु भाकर कहती हैं, ”मैं खेल पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं।” अवॉर्ड को लेकर शुरू हुए विवाद को किनारे रखते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें देश के लिए और मेडल जितना है।
मनु भाकर की भूमिका के बाद, उनके कोच जसपाल राणा और पिता राम किशन ने खेल रत्न पुरस्कार पर सरकार पर तंज कसा है। मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में 3 इवेंट में हिस्सा लिया था। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीते। वह 50 मीटर वर्ग में चौथे स्थान पर रहीं।
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