Maharashtra Politics: विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को महायुति ने बुरी तरह हरा दिया। इसमें राज्य में लोकसभा में नंबर वन रहने वाली कांग्रेस पार्टी सिर्फ 16 सीटों पर अटक गई। कांग्रेस के इतिहास में यह बेहद कम आंकड़ा प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के नेतृत्व में राज्य में देखने को मिला। इसलिए प्रदेश प्रभारी के साथ-साथ सह-प्रभारी कांग्रेस नेता ने भी प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पर हमला बोलने की तैयारी शुरू कर दी है।
वडेट्टीवार ने दागा तोप
पूर्व विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार ने विधानसभा चुनाव में हार के लिए जिम्मेदार होने की बात कहकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पर सीधा निशाना साधा है। हार के कारणों, गलतियों और राय जानने के लिए प्रभारी रमेश चेन्निथला नागपुर आए । उन्होंने सभी से चर्चा भी की। इस चर्चा से जो स्वर निकलकर सामने आया, उसके मुताबिक कहा जा रहा है कि पार्टी नेताओं ने फैसला ले लिया है।
नाना की कुर्सी पर कौन?
इस बीच, महाविकास अघाड़ी में सीट आवंटन वार्ता में पटोले की जगह वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात को अंतिम चरण की बैठकों की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस इतिहास को देखते हुए कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का पद बालासाहेब थोरात या किसी और को दे सकती है। कुल मिलाकर कांग्रेस में इस समय प्रदेशव्यापी नेतृत्व का अभाव है। जो बड़े नेता हैं, उन्हें अपने जिले या मंडल के लिए सीमित नेतृत्व दिख सकता है। इनमें कोल्हापुर में सतेज बंटी पाटील, सतारा में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, सांगली में विश्वजीत कदम और नगर जिले में बालासाहेब विखे पाटील शामिल हैं। जहां तक विदर्भ की बात है तो पूर्व विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार अभी भी दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व को प्रदेश अध्यक्ष के ऐसे चेहरे के तौर पर नजर नहीं आ रहे हैं, जो पूरे राज्य में कांग्रेस के लोगों को समझा सकें और उनका नेतृत्व कर सकें।
अब लक्ष्य स्थानीय निकाय चुनाव
विधानसभा चुनाव में हार पचाने के बाद कांग्रेस अब स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई दिख रही है महाराष्ट्र में जिला परिषद-पंचायत समिति, नगरपालिका और महानगरपालिका चुनाव से पहले पार्टी संगठन में जान फूंकने की कोशिश की जा रही है। ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने पहल की है।