उत्तराखंड के टिहरी देवप्रयाग में बादल फटने की घटना हुई है। जिससे इसकी चपेट में आनेवाले की घर और दुकानों के क्षतिग्रस्त होने का समाचार प्राप्त हुआ है। प्रारंभिक जानकारी में इससे किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
लॉकडाउन टिहरी के देवप्रयाग के लोगों के लिए प्राण रक्षक बनकर उतरा है। इसके कारण शहर की दुकानों में तालाबंदी थी, बादल फटने से हुी मूसलाधार बारिश से आईटीआई की इमारत ध्वस्त हो गई है।
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प्रदेश में 3 मई को भी तीन स्थानों पर बादल फटे थे। इसमे टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले का समावेश था। इस बीच सोमवार को बादल फटने की पुनरावृत्ति होने के बाद लॉकडाउन लोगों के लिए लकी साबित हो गया। राज्य में 11 मई 2021 के सुबह 6 बजे से 18 मई 2021 की सुबह तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसे लॉकडाउन से अनाज, फल, दूध, सब्जी, औषधि भंडार को छूट दी गई है।
Cloudburst in Tehri's Devprayag, several houses damaged😢
My Prayers with #Devprayag #Uttrakhand
Mahadev Rakhsha Kare 🙏 pic.twitter.com/bHzHnMZtmr— Arpita Chatterjee (@asliarpita) May 11, 2021
बादल फटने के बाद हुई मूसलाधार बारिश से जिन निर्माणों को क्षति पहुंची है उसमें आईटीआई की इमारत की भी समावेश है।
extensive loss at Dev Prayag after tge ITI building was badly damaged due to cloud burst incidents today pic.twitter.com/tuimfWBnMK
— Sunil Negi (@sunilnegi669) May 11, 2021
यह घटना सायं 5 बजे के आसपास हुई। तेज बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने की जानकारी देवप्रयाग के एसएचओ एमएस रावत ने दिया है।
बादल फटने की घटना 5 बजे घटित हुई है। लगभग 12-13 दुकानें और अन्य कई संपत्तियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। अधिकांश दुकानें बंद होने कारण किसी जनहानि की जानकारी सामने नहीं आई है। जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है, राहत कार्य शुरू है।
एनएस रावत, एसएचओ-रुद्रप्रयाग
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अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम स्थल देवप्रयाग में दैवीय आपदा की सूचना है। बताया गया है कि ऊंची पहाड़ी में बादल फटने से देवप्रयाग में कई दुकानें और आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं। ईश्वर की कृपा है कि इस प्राकृतिक घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 11, 2021
इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया है कि अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम स्थल पर यह प्रकोप उमड़ा है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को तत्काल राहत व बचाव कार्य पहुंचाने का आदेश दे दिया है।
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