भारत सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से मीडिया द्वारा दी गई उस रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि दुनिया के 44 देशों में कोरोना का भारत में पाया गया वेरिएंट मिला है।
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बी.1.617 को वैश्विक चिंता के एक प्रकार के रुप में वर्गीकृत किया है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट ने इस वेरिएंट को भारत वेरिएंट कहा है, यह पूरी तरह गलत है और निराधार है।
भारत सरकार ने कही ये बात
इस वायरस को डबल म्यूटेंट के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर में एंटीबॉडीज को खत्म कर देता है। एक बयान के अनुसार भारत सरकार ने कहा है कि यह स्पष्ट किया जाता है कि डब्ल्यूएचओ ने अपने 32 पृष्ठ के दस्तावेज में कोरोना वायरस के बी.1.617 वेरिएंट के साथ “भारतीय वेरिएंट” शब्द नहीं जोड़ा है। ये मीडिया रिपोर्ट्स निराधार और बेबुनियाद हैं।
.@WHO ने चिंताजनक वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत बी.1.617 के साथ “भारतीय वैरिएंट” शब्द नहीं जोड़ा है
विवरण: https://t.co/iz7msle2Rr@MoHFW_INDIA pic.twitter.com/Cc5CFDiKzw
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) May 12, 2021
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वेरिएंट के साथ नहीं जोड़ा भारतीय
वास्तव में, इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट में “भारतीय” शब्द का उपयोग नहीं किया गया है। बता दें कि डबल म्यूटेंट वायरस का पता पहली बार 5 अक्टूबर 2020 को चला था, हालांकि उस वक्त भारत में इसका संक्रमण इतना नहीं था।