Convocation: शिक्षा एक सतत प्रक्रिया है। जीवन में सफल होने के लिए स्नातक होने के बाद भी अपनी शिक्षा जारी रखनी चाहिए। उक्त उद्गार महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने एचएसएनसी विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में व्यक्त किए।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री राधाकृष्णन दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यदि व्यक्ति आत्म-अनुशासन, अपने लक्ष्य के प्रति कड़ी मेहनत और निरंतरता बनाए रखे तो सफलता निश्चित है। सफलता मिलने में विलंब में हो सकता है, लेकिन न मिले ऐसा नहीं हो सकता। साथ ही उन्होंने असफलता से न घबराने, सतत प्रयास करने एवं अपने माता-पिता का सम्मान करने का संदेश भी विद्यार्थियों को दिया।
एचएसएनसी विश्वविद्यालय का तीसरा दीक्षांत समारोह
बता दें कि एचएसएनसी विश्वविद्यालय का तीसरा दीक्षांत समारोह राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में वर्ली स्थित विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह हॉल में आयोजित किया गया, जहां वे इस दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
38 मेधावी स्नातकों को स्वर्ण पदक प्रदान
इस अवसर पर राज्यपाल ने विभिन्न संकायों के 38 मेधावी स्नातकों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट डॉ. निरंजन हीरानंदानी को विश्वविद्यालय के प्रथम प्रोवोस्ट के रूप में उनके सफल कार्यों के लिए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. हेमलता बागला द्वारा हस्ताक्षरित प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों एवं सफलता का उल्लेख करते हुए महामहिम राज्यपाल की प्रेरणा एवं प्रशासन के सहयोग को इसका श्रेय दिया। साथ ही विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी।
शोध केंद्रों एवं शोध निर्देशकों की संख्या में पांच गुना वृद्धि
इसी क्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. हेमलता बागला ने विश्वविद्यालय द्वारा सृजन के अल्प समय में ही प्राप्त किए गए उल्लेखनीय उपलब्धियों की संक्षिप्त जानकारी महामहिम राज्यपाल के समक्ष रखी। प्रो. बागला ने बताया कि विश्वविद्यालय ने इस अल्प समय में ही शोध कार्यों को गति देते हुए शोध केंद्रों एवं शोध निर्देशकों की संख्या में पांच गुना वृद्धि की है। वहीं विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों एवं विद्यार्थियों की संख्या में गुणोत्तर वृद्धि हो रही है।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर एचएसएनसी बोर्ड के अध्यक्ष अनिल हरीश, ट्रस्टी किशु मनसुखानी, रजिस्ट्रार भगवान बालानी, परीक्षा बोर्ड के निदेशक डॉ. जयेश जोगलेकर, विभिन्न संकायों के डीन, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं अभिभावकों की उपस्थित रही।
आइसलैंड का लोकार्पण
दीक्षांत समारोह से पूर्व महामहिम राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन के करकमलों से विश्वविद्यालय के पास स्थित आइसलैंड का लोकार्पण किया गया। इस आइसलैंड का सुसज्जिकरण एचएसएनसी विश्वविद्यालय की ओर से किया गया है। भविष्य में इसके रखरखाव एवं सुंदरीकरण की जिम्मेदारी भी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने ली है। विश्वविद्यालय की ओर से यह पहल पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों को गति देने के अभियान के अंतर्गत किया गया है।