अनुशासनहीनता और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा (Hate Language) का प्रयोग करना भदोही (Bhadohi) के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (Additional Chief Medical Officer) को महंगा पड़ गया। वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने जांच के आदेश दिए। जांच में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर लगे आरोप सही पाए गए। डिप्टी सीएम ने आरोपी चिकित्सा अधिकारी को निलंबित (Suspended) करने के निर्देश जारी किए हैं।
भदोही में एसीएमओ डॉ. विवेक प्रकाश श्रीवास्तव (Dr. Vivek Prakash Srivastava) जिला क्षय रोग अधिकारी के पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। हाल ही में डॉ. विवेक का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाए गए थे। आरोप है कि विभाग की छवि खराब करने की नीयत से वीडियो को वायरल किया गया था। वायरल वीडियो का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया। डॉ. विवेक द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों एवं विभाग पर लगाए गए कुछ गंभीर आरोपों की जांच कराई गई। इसकी जिम्मेदारी मिर्जापुर के विंध्याचल मंडल में अपर निदेशक को सौंपी गई।
स्वास्थ्य विभाग को बदनाम करने की साजिश
एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए। जांच में पाया गया कि डॉ. विवेक द्वारा जानबूझकर वीडियो बनाकर वायरल किया गया। ताकि स्वास्थ्य विभाग को बदनाम किया जा सके। डॉ. विवेक ने अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन न करते हुए 23 अक्टूबर 2024 को प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, जनपद-भदोही की निगरानी समिति की बैठक में भी भाग नहीं लिया। उन्होंने उच्च अधिकारियों के आदेशों की लगातार अवहेलना की।
विभागीय कार्रवाई के आदेश
तथ्यों की जांच के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने डॉ. विवेक प्रकाश श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव ने डॉ. विवेक को निलंबित करने के आदेश जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मांगा गया स्पष्टीकरण
भदोही में अल्ट्रासाउंड के पंजीकरण में लापरवाही सामने आई है। अल्ट्रासाउंड के पंजीकरण में ढिलाई के आरोप पर डिप्टी सीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community