Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनावों में त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे केजरीवाल के जाट आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा ने पलटवार किया है । भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा है कि अपनी डूबती राजनीतिक नैया को बचाने के लिए एक भाजपा विरोधी जाट नेता के सहारे योजना बना कर केजरीवाल दिल्ली के जाट समाज को आरक्षण के नाम पर उकसा रहे हैं, पर सफल नहीं होंगे । केजरीवाल से एक सवाल करते हुए पूछा कि दिल्ली का जाट समाज केजरीवाल से पूछना चाहता है कि आखिर क्यों उन्होंने 10 साल तक कभी भी जाट आरक्षण प्रस्ताव विधानसभा में नही रखा।
जाट आरक्षण मुद्दे पर घिरे केजरीवाल
सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल अब चारों ओर से घिर चुके हैं, उन्हे अच्छी तरह से मालूम है की उनकी सरकार द्वारा दिल्ली देहात के विकास की उपेक्षा के चलते बिजवासन से नरेला तक पूरे दिल्ली देहात का जाट समाज ही नही सभी 36 बिरादरी के लोग उनको नाकारने का मन बना चुके हैं।
हार की हताशा से विचलित अरविंद केजरीवाल
कमलजीत सहरावत ने ‘हिन्दुस्थान पोस्ट’ से बात करते हुए कहा कि हार की हताशा से विचलित अरविंद केजरीवाल अब कभी मंदिर तोड़ने की बात उठा कर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करते हैं, तो कभी झुग्गी वालों को झुग्गी टूटने का भय दिखाते हैं तो कभी पूर्वांचल वासियों को उकसाने का प्रयास करते हैं। केजरीवाल की बदकिस्मती है कि अब दिल्ली की जनता उनके हर रंग को पहचानती और इसीलिए अब जाटों को जातीय आरक्षण के नाम पर भड़काने के उनके प्रयास पूरी तरह असफल हो रहे हैं।
जाट समाज समझ चुका है असलियत
भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा है कि केजरीवाल ने दस साल की सत्ता के दौरान कभी जाट समाज की चिंता नहीं की पर अब अपनी डूबती राजनीतिक नैया को बचाने के लिए एक भाजपा विरोधी जाट नेता के सहारे योजना बना कर केजरीवाल दिल्ली के जाट समाज को आरक्षण के नाम पर उकसा रहे हैं पर सफल नहीं होंगे। अरविंद केजरीवाल के पूर्व मंत्री श्री कैलाश गहलोत पहले ही बता चुके हैं की 10 साल में जब भी मैंने जाट समाज के हित का कोई मुद्दा उठाया तो केजरीवाल ने उसे लीपापोती कर दबा दिया।
दिल्ली का जाट समाज का केजरीवाल से सवाल
कमलजीत सहरावत ने कहा है की दिल्ली का जाट समाज भली भांति जानता है कि उन्हे जातीय आरक्षण तब ही मिल सकता था, जब केजरीवाल विधानसभा में प्रस्ताव पास करवा कर, कैबिनेट स्वीकृति नोट लगा कर उपराज्यपाल के पास भेजते, जो केजरीवाल ने कभी नहीं किया। दिल्ली का जाट समाज केजरीवाल से पूछना चाहता है कि आखिर क्यों उन्होंने 10 साल तक कभी भी जाट आरक्षण प्रस्ताव विधानसभा में नही रखा। भाजपा सांसद ने कहा है कि आज भाजपा शासित सभी राज्यों में जाट समाज भाजपा के साथ है और उसे पूरे सम्मान के साथ संवैधानिक सुविधाएं मिल रही हैं।