Delhi Assembly Elections: भाजपा ने अब तक दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 58 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। हालांकि, शेष 12 सीटों के लिए विशेष उम्मीदवारों का चयन किया जा रहा है। भाजपा इसकी घोषणा कर सबको चौंकाने की तैयारी में है। इसमें एक नाम पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का भी हो सकता है।
चर्चा है कि उन्हें दिल्ली कैंट या ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। अगर स्मृति ईरानी मैदान में उतरती हैं तो चुनावी दौड़ और रोमांचक हो सकती है।
सरगर्मियां तेज
दिल्ली विधानसभा चुनाव दिन-प्रतिदिन गति पकड़ता जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये हैं। इस बीच, भाजपा ने तीन सूचियां जारी कर 58 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। इनमें पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी भी शामिल हैं। चर्चा है कि भाजपा अब शेष बची 12 सीटों पर चर्चित चेहरों को उतारने की तैयारी कर रही है।
स्मृति ईरानी के नाम की चर्चा
फिलहाल इन 12 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार कौन होंगे? यह अभी भी तय नहीं है। हालांकि सबसे ज्यादा चर्चा में ‘कभी सास भी बहू थी’ के जरिए घर-घर तक पहुंचने वाली ‘तुलसी’ भाजपा के 12 उम्मीदवारों में से एक हो सकती हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मैदान में उतारने की चर्चा है। इसके चलते स्मृति ईरानी को दिल्ली कैंट या ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा जा सकता है।
अमेठी से राहुल गांधी को दी थी मात
पिछले साल मई में हुए लोकसभा चुनाव में हार के बाद से स्मृति ईरानी किनारे हैं। 2019 में उन्होंने राहुल गांधी को हराकर अमेठी जीती। इससे पहले 2009 में स्मृति ईरानी ने दिल्ली के चांदनी चौक से चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने हरा दिया था।
बीजेपी ने बड़े चेहरे को हॉट सीट पर दिया मौका
स्मृति ईरानी बेहतरीन भाषण देने की कला जानती हैं और एक लोकप्रिय चेहरा हैं। इससे कार्यकर्ताओं में और अधिक उत्साह पैदा होगा। इसके अलावा, उन्हें भाजपा के चेहरे के रूप में भी देखा जाएगा। इस बार चुनाव के सभी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने हर प्रमुख सीट पर बड़े चेहरे उतारे हैं।
दिलचस्प मुकाबला
यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है क्योंकि पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा नई दिल्ली से आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह, कालकाजी में पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी के मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ने से राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है।
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सौरभ भारद्वाज के खिलाफ लड़ सकती हैं ईरानी
ईरानी किस सीट से चुनाव लड़ेंगी, इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि भाजपा दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज के खिलाफ मजबूत चेहरा उतारकर उन्हें चौथी बार विधानसभा जीतने से रोकना चाहती है। 2013 से भारद्वाज ग्रेटर कैलाश क्षेत्र से आप के विधायक चुने जाते रहे हैं।