Mumbai में अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के मद्देनजर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, जो गृह मंत्रालय का भी प्रभार संभालते हैं, ने स्पष्ट किया कि मुंबई को असुरक्षित कहना सही नहीं है। घटना पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने माना कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन साथ ही उन्होंने दोहराया कि मुंबई देश के सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है।
मुंबई को असुरक्षित कहना सही नहीं
16 जनवरी को फिल्म ‘इमरजेंसी’ की विशेष स्क्रीनिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा, “मुंबई जैसे महानगर में कुछ घटनाएं अप्रत्याशित रूप से हो सकती हैं, लेकिन इस पर शहर की समग्र सुरक्षा पर संदेह करना गलत है। एक घटना के आधार पर यह कहना कि मुंबई असुरक्षित है, शहर की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। सरकार अभी तक मुंबई को सुरक्षित नहीं बना पाई है। हम इसे सुरक्षित बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।”
सैफ अली खान पर हमला और उसके बाद की प्रतिक्रिया
सैफ अली खान के बांद्रा स्थित घर में चोरी और मारपीट की घटना से शहर में हड़कंप मच गया है। इस हमले में सैफ पर 6 चाकू से छह बार हमला किए गए हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार की आलोचना की।
प्रियंका चतुर्वेदी ने की फडणवीस सरकाक की आलोचना
प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मुंबई में एक और हाई-प्रोफाइल हमला हुआ है। सैफ अली खान पर हमला सरकार और मुंबई पुलिस की कार्यकुशलता पर सवाल उठाता है। अगर सेलिब्रिटीज को भी सुरक्षा नहीं मिल सकती है तो क्या होगा? तो फिर आम नागरिक कैसे? क्या होगा?
इस घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या और अप्रैल में अभिनेता सलमान खान के घर के पास हुई गोलीबारी का जिक्र किया। ये सारी घटनाएं मुंबई के बांद्रा इलाके में हुईं, जो अपने मशहूर आवासों के लिए जाना जाता है।
मुख्यमंत्री का बयान
फडणवीस ने अपने बयान में कहा, “शहर में सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर है और हर स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस व्यवस्था सक्षम है और ऐसी घटनाओं को गंभीरता से संभाल रही है। सरकार मुंबई के नागरिकों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रही है।”
मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल
मुंबई में प्रमुख हस्तियों पर हमले की घटनाएं शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रही हैं। हालांकि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री फडणवीस के स्पष्टीकरण से विवाद पर कुछ प्रकाश डालने की कोशिश की गई है, लेकिन शहर की सुरक्षा को और मजबूत करने की मांग अब जोर पकड़ रही है।