जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजौरी जिले (Rajouri District) के बधाल गांव (Badhal Village) के निवासी एक रहस्यमय बीमारी (Mysterious Illness) से डर रहे हैं। इस रहस्यमयी बीमारी के कारण अब तक इस गांव में 17 लोगों की मौत (Death) हो चुकी है। रविवार को इस गांव के निवासी मोहम्मद असलम (Mohammad Aslam) की छठी और आखिरी बेटी की इस रहस्यमयी बीमारी से मौत हो गई। उनका जम्मू के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस रहस्यमय बीमारी का कारण क्या है? ग्रामीणों की मौत का कारण क्या है? इन सबके पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए एक केंद्रीय टीम गांव में पहुंच गई है और जांच कर रही है।
बधाल गांव में रहस्यमय बीमारी के कारण मौतें दिसंबर में शुरू हुईं। तब से अब तक इस बीमारी से कुल 17 लोगों की जान जा चुकी है। इस गांव की स्थिति का आकलन करने के लिए दिल्ली से एक अंतर-मंत्रालयी टीम राजौरी पहुंच गई है।
बता दें कि ग्रामीण मोहम्मद असलम ने शुक्रवार तक अपने पांच बच्चों को खो दिया था। रविवार को उनकी छठी और आखिरी बेटी यास्मिना अख्तर जान (16 वर्ष) की भी मृत्यु हो गई। उन्हें पिछले रविवार को राजौरी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां से उसे सोमवार को जम्मू रेफर कर दिया गया।
शोक में डूबा परिवार
राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं एसोसिएटेड अस्पताल, जम्मू के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने यास्मिना की मौत की पुष्टि की और संवाददाताओं को बताया कि उसकी हालत पहले दिन से ही गंभीर थी। मोहम्मद असलम ने इससे पहले अपनी चार बेटियों, दो बेटों और अपने मामा-मामी को खो दिया था। ‘फातिहा’ कार्यक्रम में खाना खाने के एक सप्ताह के भीतर, फजस हुसैन और रोबिया कौसर (दोनों 14 वर्ष), फरहाना कौसर (9 वर्ष), रफ्तार (5 वर्ष) और रुखसार (11 वर्ष) सभी बीमार पड़ गए। इस रहस्यमय बीमारी के कारण 31 दिसंबर को इन सभी की मृत्यु हो गई।
शीघ्र जांच करने का निर्देश
शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले छह हफ्तों में इस रहस्यमय बीमारी के कारण हुई मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए राजौरी जिले के एक गांव का दौरा करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी उच्च स्तरीय टीम के गठन का आदेश दिया था। शुक्रवार को जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बधाल गांव की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को इस रहस्यमय बीमारी के कारण की शीघ्र जांच करने का निर्देश दिया।
विशेष जांच दल का गठन
जांच के दौरान, स्वास्थ्य टीमों ने रहस्यमय बीमारी से प्रभावित क्षेत्रों में 3,000 से अधिक लोगों के घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया, तथा पानी, भोजन और अन्य सामग्रियों के नमूने एकत्रित कर उनका परीक्षण किया। लेकिन इन्फ्लूएंजा सहित सभी परीक्षण परिणाम नकारात्मक आये। इन नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन पाए जाने के बाद, पुलिस ने रहस्यमय बीमारी से हुई मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है। अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों के तीन घरों को सील कर दिया है और उनके 21 करीबी रिश्तेदारों को सरकारी आवास में स्थानांतरित कर दिया है तथा उन्हें निगरानी में रखा है।
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