CLAIM
महाकुंभ मेले में स्नान के दौरान भगदड़ मचने के बाद 50 से ज्यादा लोगों को डूबने से बचाया गया।
FACT
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ।
FACT CHECK: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले से जोड़कर एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। करीब 25 सेकंड के इस क्लिप में लोगों की भारी भीड़ किसी नदी में खड़ी नजर आ रही है, जहां अफरा-तफरी का माहौल देखा जा सकता है। यूजर्स का दावा है कि यह दृश्य महाकुंभ मेले का है, जहां स्नान के दौरान भगदड़ मचने के बाद 50 से ज्यादा लोगों को डूबने से बचाया गया।
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि यह वीडियो बिहार के भागलपुर जिले का है, जहां अगस्त 2024 में सावन के चौथे सोमवार को गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी और गहरे पानी में चले जाने के कारण 50 से अधिक श्रद्धालु डूबने लगे थे। प्रयागराज में हाल के दिनों में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई है।
यह भी पढ़ें- JPC on Waqf Bill: कल्याण बनर्जी पर जगदंबिका पाल के गंभीर आरोप, ‘बनर्जी ने मेरे साथ दुर्व्यवहार…’
दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने #PrayagrajMahakumbh2025 हैशटेग के साथ एक वीडियो शेयर किया और लिखा, “ब्रेकिंग न्यूज : गंगा घाट में मची भगदड़… 50 से अधिक श्रद्धालु डूबते डूबते से बचे… कौन है जिम्मेदार, कहां है सरकार…?” पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
यह भी पढ़ें- Ranji trophy: रवींद्र जडेजा ने वापसी के साथ सौराष्ट्र को दिलाई जीत, दिल्ली की लाइन-अप को किया धवस्त
पड़ताल
वायरल दावे की पुष्टि के लिए डेस्क ने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें हाल के दिनों में प्रयागराज में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ मचने से जुड़ी ऐसी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए डेस्क ने वायरल वीडियो के ‘की-फ्रेम्स’ को गूगल लेंस के जरिये रिवर्स सर्च किया। हमें यह वीडियो ‘आज तक’ न्यूज चैनल के ‘एक्स’ अकाउंट पर 12 अगस्त 2024 को अपलोड हुआ मिला।
पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, “बिहार के भागलपुर में सावन के चौथे सोमवार के मौके पर गंगा घाट पर स्नान के दौरान भगदड़ मच गई। इससे नदी में लगी बैरिकेटिंग टूट गई और कई महिलाओं समेत बच्चे गहरे पानी में पहुंच जाने की वजह से डूबने लगे। गनीमत ये रही की एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात थी जिसने समय पर पानी में कूद कर सभी की जान बचा ली।” पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
यह भी पढ़ें- Mamta Kulkarni: महाकुंभ में ममता कुलकर्णी ने लिया संन्यास; वीडियो हुआ वायरल, जानिए क्या है नया नाम
डेस्क ने वायरल वीडियो और आजतक द्वारा शेयर किए गए वीडियो की तुलना की और पाया कि दोनों वीडियो एक जैसे हैं और यूजर्स इसी वीडियो को अब महाकुंभ से जोड़कर गलत संदर्भ में शेयर कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- Jalgaon train accident: रेल हादसे में मारे गए सात नेपाली नागरिकों की शिनाख्त, शवों को भेजने तैयारी
सर्च करने पर हमें ‘दैनिक भास्कर’ की वेबसाइट पर भी इस घटना से जुड़ी खबर मिली। अगस्त 2024 में प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया था कि भागलपुर में सावन के चौथे सोमवार को एसएम कॉलेज घाट पर अचानक भीड़ बेकाबू हो गई। श्रद्धालु बैरिकेड तोड़कर गहरे पानी में नहाने चले गए। इस दौरान 50 से ज्यादा महिलाएं और बच्चे डूबने लगे और आधे घंटे तक भगदड़ जैसी स्थिति रही। हालांकि, मौके पर तैनात एसडीआरएफ की टीम और आपदा मित्र के 12 से ज्यादा कर्मियों ने तुरंत गंगा में छलांग लगाकर सभी को पानी से सुरक्षित निकाला। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें।
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो बिहार के भागलपुर जिले का है। प्रयागराज में हाल के दिनों में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर यूजर्स पुराने और असंबंधित वीडियो को गलत दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।
निष्कर्ष
वायरल हो रहा यह वीडियो बिहार के भागलपुर जिले का है। प्रयागराज में हाल के दिनों में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई है। यूजर्स पुराने और असंबंधित वीडियो को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
नोटः यह आर्टिकल मूल रूप से पीटीआई फैक्ट चेक {https://bhasha.ptinews.com/fact-detail/2228017} द्वारा प्रकाशित की गई थी, और शक्ति कलेक्टिव के हिस्से के रूप में हिन्दुस्थान पोस्ट द्वारा अनुवादित की गई थी।
यह वीडियो भी देखें-
Join Our WhatsApp Community