Tahawwur Rana: मुंबई हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण को मंजूरी दी

मुंबई हमले के दोषी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी मिल गई है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उसकी समीक्षा याचिका खारिज कर दी है। राणा 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का दोषी है।

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मुंबई (Mumbai) पर भीषण 26/11 हमला 2008 में हुआ था। इस हमले की यादें आज भी मुंबईवासियों के जेहन में ताजा हैं। पाकिस्तान आतंकवादियों (Pakistan Terrorists) ने मुंबई में प्रवेश किया और ताज होटल तथा अन्य स्थानों पर अंधाधुंध गोलीबारी (Indiscriminate Firing) की। आज भी इस हमले के मास्टरमाइंड पाकिस्तान (Mastermind Pakistan) में खुलेआम घूम रहे हैं। वे वहां आरामदायक जीवन जी रहे हैं। इस हमले का एक आरोपी तहव्वुर राणा (Accused Tahawwur Rana) अमेरिकी जेल (US Jail) में है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उसके प्रत्यर्पण () को मंजूरी दे दी है।

एक तरह से यह अमेरिकी अदालत में भारत की बड़ी जीत है। अगस्त 2024 में, अमेरिकी सत्र न्यायालय ने भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के तहत तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया। सत्र अदालत ने पिछले साल सितंबर में तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का रास्ता साफ कर दिया था। लेकिन राणा ने सत्र न्यायालय के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी।

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मामले की सुनवाई भारत में होगी
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने सत्र न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। तहव्वुर राणा को अब भारत लाया जाएगा। उसका मुकदमा यहीं चलाया जाएगा। 26/11 के हमलों में उनकी क्या भूमिका थी? साजिश कैसे रची गई? इन सबकी जांच की जाएगी।

पूछताछ के लिए उसे भारत लाना बहुत जरूरी
तहव्वुर राणा पर 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली की मदद करने का आरोप है। वह हेडली के निर्देश पर पूरी साजिश को अंजाम दे रहा था। राणा डेविड हेडली का दाहिना हाथ था। ऐसा कहा जाता है कि नियंत्रण कक्ष में बैठा व्यक्ति तहव्वुर राणा था। मुंबई हमले के दोषी राणा के भारत लौटने के बाद जांच एजेंसियों को 26/11 हमले के पीछे की साजिश के बारे में काफी जानकारी मिल सकती है। किसकी क्या भूमिका थी? इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस साजिश में कौन शामिल है। कई नाम अभी तक प्रकाश में नहीं आए हैं, वह जानकारी तहव्वुर राणा से पूछताछ से मिल सकती है।

अमेरिका में उसे कब गिरफ्तार किया गया?
भारत ने अमेरिकी अदालत में मजबूत सबूत पेश किये। इसमें राणा की भागीदारी स्पष्ट हो गई। राणा को 2009 में शिकागो में गिरफ्तार किया गया था। एफबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। राणा पाकिस्तानी आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा का कार्यकर्ता है।

देखें यह वीडियो – 

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