Budget 2025: राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) ने कांग्रेस नेताओं के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) संसद (Parliament) में अपने हालिया संबोधन के दौरान थकी हुई दिखीं।
राष्ट्रपति सचिवालय ने एक बयान जारी कर इन टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा कि वह ऊर्जावान और केंद्रित थीं, खासकर हाशिए पर पड़े समुदायों से जुड़े मुद्दों को संबोधित करते समय।
Press Release by President’s Secretariat
Rashtrapati Bhavan refuted Congress leaders’ claims that the President was tired during her address, stating she was energetic while speaking for marginalized groups. The remarks were termed unfortunate.
#Budget @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/smN2YfO6NB
— SansadTV (@sansad_tv) January 31, 2025
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टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया गया
बयान में आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि राष्ट्रपति ने अपना भाषण पूरी प्रतिबद्धता और जोश के साथ दिया। राष्ट्रपति भवन ने दोहराया कि राष्ट्रपति वंचितों के कल्याण की वकालत करने में गहराई से लगी हुई हैं और अपने संवैधानिक कर्तव्यों को समर्पण के साथ निभा रही हैं। यह प्रतिक्रिया राजनीतिक विवाद के बीच आई है, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान उनके व्यवहार पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, आधिकारिक स्पष्टीकरण का उद्देश्य उनके भाषण को लेकर अटकलों पर विराम लगाना है।
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हाशिए पर पड़े समूहों के प्रति राष्ट्रपति की प्रतिबद्धता
बयान में इस बात पर जोर दिया गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू हाशिए पर पड़े समुदायों, महिलाओं और किसानों की वकालत करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं और उनके लिए बोलना उनके लिए कभी भी थकाऊ नहीं हो सकता। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति भवन ने सुझाव दिया कि ये दावे करने वाले नेताओं ने हिंदी जैसी भारतीय भाषाओं में भाषाई बारीकियों की गलत व्याख्या की होगी, जिससे गलत धारणा बन सकती है।
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टिप्पणी को ‘दुर्भावना’ माना गया
टिप्पणियों को दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से टालने योग्य बताते हुए राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों से उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुँचती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राजनीतिक बहस के बीच यह प्रतिक्रिया आई है, जिसमें राष्ट्रपति भवन ने सार्वजनिक चर्चा में अधिक सम्मान और समझ का आग्रह किया है।
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