Budget 2025: मधुबनी साड़ी पहनकर Budget 2025 पेश कर रही हैं वित्त मंत्री सीतारमण, क्या है बजट से खास कनेक्शन?

पद्मश्री दुलारी देवी द्वारा डिजाइन की गई यह साड़ी सिर्फ एक साड़ी नहीं है, बल्कि संघर्ष, परंपरा और कला की अद्भुत यात्रा की कहानी है। दुलारी देवी ने यह साड़ी वित्त मंत्री को भेंट की थी।

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) का ‘बजट-डे लुक’ (Budget-Day Look) हर बार की तरह इस बार भी खास है। उन्होंने खूबसूरत बॉर्डर वाली ऑफ व्हाइट रंग (Off White Color) की साड़ी चुनी है। साड़ी (Saree) पर मधुबनी कला (Madhubani Art) दिखाई दे रही है। मधुबनी कला बिहार (Bihar) की मशहूर कला है। इस कारण इस बजट से बिहार राज्य को क्या मिलेगा, इस पर सबकी खास नजर रहेगी। बजट पेश करने से पहले निर्मला सीतारमण की साड़ी चर्चा का विषय बन रही है।

पद्मश्री दुलारी देवी द्वारा डिजाइन की गई यह साड़ी सिर्फ एक साड़ी नहीं है, बल्कि संघर्ष, परंपरा और कला की अद्भुत यात्रा की कहानी है। दुलारी देवी ने यह साड़ी वित्त मंत्री को भेंट की थी। वित्त मंत्री को यह साड़ी भेंट करते हुए दुलारी देवी ने उनसे कहा था कि वे इस साड़ी को पहनकर बजट 2025 पेश करें। दुलारी देवी ने यह साड़ी निर्मला सीतारमण को तब भेंट की थी, जब वे मिथिला कला संस्थान में क्रेडिट आउटरीच के लिए मधुबनी आई थीं। इसलिए 2025 का बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री ने सोने के काम वाली इस साड़ी को चुना।

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सफेद रंग शुद्धता, स्पष्टता और आध्यात्मिक ऊर्जा
इस साल 2025 के बजट के लिए सीतारमण ने अपना लुक बेहद साधारण रखा है। सफेद रंग शुद्धता, स्पष्टता और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है। माना जा रहा है कि इस रंग की साड़ी पहनकर वित्त मंत्री ने देश को यह भरोसा दिलाया है कि वह हर बात को स्पष्ट रूप से पेश करने में विश्वास रखती हैं।

साड़ी का बजट से क्या कनेक्शन है?
जब भी वह बजट पेश करती हैं, तो उनकी साड़ी की भी चर्चा होती है। हर बजट के साथ उनकी साड़ियों के रंग बदलते रहते हैं। यह भी समझ में आता है। कहा जाता है कि उनकी साड़ियां हमेशा उनके बजट से जुड़ी होती हैं।

  • वित्त मंत्री बनने के बाद 2019 में अपने पहले बजट में निर्मला सीतारमण ने गुलाबी और सुनहरे रंग की बॉर्डर वाली साड़ी पहनी थी। इस साड़ी को मंगलगिरी साड़ी कहा जाता है। गुलाबी रंग स्थिरता और गंभीरता का प्रतिनिधित्व करता है। विकास दर में जो स्थिरता देखी गई। 2019 में यह 3.87 प्रतिशत थी और 2023 में बढ़कर 7.3 प्रतिशत हो गई।
  • 2020 में सीतारमण ने नीले रंग की बॉर्डर वाली पीले-सुनहरे रंग की रेशमी साड़ी और मैचिंग ब्लाउज पहना था। पीला रंग, जिसे प्रायः समृद्धि से जोड़ा जाता है, देश की समृद्ध अर्थव्यवस्था की आकांक्षाओं का प्रतीक माना जाता है।
  • 2021 में निर्मला सीतारमण लाल और सफेद रेशमी पोचमपल्ली साड़ी में नजर आईं, जिसमें हरे रंग की बॉर्डर के साथ इकत पैटर्न था। पोचमपल्ली इकत पारंपरिक रूप से तेलंगाना के भूदान पोचमपल्ली में बनाई जाती है। इस स्थान को ‘भारत का रेशम नगर’ कहा जाता है।
  • 2022 में सीतारमण ने पूर्वी भारतीय राज्य ओडिशा की बोमकई साड़ी को चुना। भूरे और लाल रंगों के संयोजन से बनी इस साड़ी का रंग भूरा था।
  • पिछले साल सीतारमण ने पारंपरिक लाल साड़ी पहनी थी। सीतारमण ने बजट के दिन काले रंग के बॉर्डर और सुनहरे काम वाली लाल साड़ी चुनी। यह साड़ी कर्नाटक के धारवाड़ क्षेत्र की हाथ से बुनी गई ‘इलकल’ रेशम की साड़ी थी, जिस पर पारंपरिक ‘कसुती’ काम किया गया था।
  • 2024 में कांता ने नीले और क्रीम रंग की साड़ी सिलवाई थी। इस प्रकार की सिलाई पश्चिम बंगाल में प्रसिद्ध है।

देखें यह वीडियो – 

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