प्रयागराज (Prayagraj) महाकुंभ (Maha Kumbh) में पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त: सलीला सरस्वती के पावन संगम (Sangam) में आस्था की डुबकी (Dip of Faith) लगाकर पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं (Devotees) का आगमन लगातार जारी है। मंगलवार की सुबह 08 बजे तक 30.56 लाख से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
अपर मेलाधिकारी महाकुंभ विवेक चर्तेदी ने बताया कि मंगलवार की सुबह तक 10 लाख से अधिक कल्पवासी तथा आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 20.65 लाख पहुंच चुकी है। श्रद्धालु पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम के विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहें है। मंगलवार सुबह 8 बजे तक कुल 30.56 लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुकें है। तीर्थयात्रियों का आगमन जारी है।
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तीर्थयात्रियों का आगमन जारी
उल्लेखनीय है कि महाकुंभ में 144 वर्ष ऐसे पुण्य संयोग में पहले अमृत स्नान मकर संक्राति से बसंत पंचमी तक अर्थात 03 फरवरी तक 37.54 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं, तीर्थयात्रियों का आगमन जारी है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी स्नान घाटों पर बचाव रात दल, जल पुलिस एवं गोताखोर लगातार निगरानी की जा रही है। घाटों से स्नान कर चुके श्रद्धालुओं को हटाने के लिए लगातार बाहर निकाला जा रहा है।
मेला क्षेत्र में 4 फरवरी तक वाहनों के प्रवेश पर जारी रहेगा प्रतिबंध
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुंभ एवं पुलिस आयुक्त प्रयागराज ने मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले मार्ग पर सभी बड़े वाहनों के प्रवेश प्रतिबंध जारी है। यह प्रतिबंध 4 फरवरी तक एवं श्रद्धालुओं की भीड़ सामान्य होने तक आकस्मिक सेवा के लिए एम्बुलेंस एवं अग्निशमन को छोड़कर सभी के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य कुम्भ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचाने में सहयोग करें।
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