दिल्ली चुनाव (Delhi Elections) के बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जो बताती है कि बांग्लादेशियों (Bangladeshis) और रोहिंग्याओं (Rohingyas) की अवैध घुसपैठ (Illegal Infiltration) के कारण राजधानी की जनसांख्यिकी बदलने लगी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भाजपा नेता संबित पात्रा ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं पर जेएनयू की रिपोर्ट का हवाला दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में काफी शोध कार्य होते हैं। पिछले हफ्ते एक शोध अध्ययन के बाद पता चला कि म्यांमार और बांग्लादेशी घुसपैठ का दिल्ली से क्या कनेक्शन है? इसकी 114 पन्नों की रिपोर्ट सामने आई है।
यह भी पढ़ें – Manipur: मणिपुर में सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई, भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद
A straightforward interpretation of the #JNU report on #illegalimmigration in Delhi:🧵
1. Illegal immigration has led to the rise of Muslim population in Delhi which renders this demographic disruption as unnatural
2. It undermines our legal systems and electoral processes pic.twitter.com/jKiZJDmdgY— Pragya Bakshi Sharma 🇮🇳 (@PragyaBakshiS) February 3, 2025
जेएनयू रिपोर्ट
114 पन्नों की इस रिपोर्ट का शीर्षक है ‘दिल्ली में अवैध प्रवासी: सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक परिणामों का विश्लेषण।’ दिल्ली के हालात का वर्णन करने वाला यह अध्ययन बताता है कि कैसे राजनीतिक दल वोट पाने के लिए चुनावों के दौरान इन लोगों के नाम दर्ज करते हैं, जिससे राजधानी की धार्मिक संरचना में बदलाव आया है।
राजधानी पर बढ़ता दबाव
रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश से आए घुसपैठियों की वजह से मुस्लिम आबादी में काफी इजाफा हुआ है। उन्होंने न सिर्फ राजधानी में भीड़भाड़ बढ़ाई है बल्कि शहर के संसाधनों जैसे स्वास्थ्य, सेवाओं और शिक्षा पर भी दबाव बढ़ाया है। मिली जानकारी के अनुसार, ये लोग दिल्ली के सीलमपुर, जामिया नगर, जाकिर नगर, सुल्तानपुरी, मुस्तफाबाद, जाफराबाद, द्वारका, गोविंदपुरी और दूसरे इलाकों में आकर बस जाते हैं।
केजरीवाल बने संरक्षक
डॉ. पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ऐसे लोगों को संरक्षण दे रही है। वह दिन दूर नहीं जब यहां के हालात और बदलेंगे। अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर वोट करें क्योंकि वो कौन लोग हैं जो सीएए के खिलाफ नारे लगाते हैं और दूसरी तरफ दिल्ली में दंगे कराने वाले को सम्मान देते हैं।
सब्सिडी के कारण बढ़ रही है बांग्लादेशियों की संख्या
दूसरी तरफ, रिपोर्ट में रोहिंग्याओं को सब्सिडी देने वाली दिल्ली सरकार को लेकर भी चिंता जताई गई है। कहा गया है कि ऐसे संसाधन मुहैया कराने से और भी अवैध प्रवासी दिल्ली में आने की कोशिश करेंगे। इस तरह तो दिल्ली की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ेंगी।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community