Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क के जंगल में सुरक्षाबलों के जवानों ने एक बड़े अभियान में रविवार काे मारे गए 31 नक्सलियों में 11 महिला और 20 पुरुष नक्सली शामिल थे। इन सभी नक्सलियाें की शिनाख्तगी की कार्रवाई जारी है। इस अभियान के लिए फरसेगढ़, बेदरे, मद्देड की ओर से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व बस्तर फाइटर के सैकड़ाें जवान शनिवार 8 फरवरी को निकले थे और पूरी रात चलकर जंगल के भीतर लगभग 50 किमी अंदर पहुंचकर इस कार्रवाई काे अंजाम दिया। यह इलाका महाराष्ट्र सीमा के पास छोटे काकलेर और लोद्देड़ के पहाड़ी पर स्थित नक्सलियों का ठिकाना था।
पहाड़ी को घेरकर चलाया गया अभियान
मुठभेड़ स्थल फरसेगढ़ से लगभग 40 किमी दूर पहाड़ी पर था। जवानों ने चारों ओर से पहाड़ी को घेरकर इस अभियान को पूरा किया, जिससे नक्सलियों को भागने का अवसर नहीं मिला। इस अभियान के दाैरान डीआरजी बल का जवान नरेश ध्रुव एवं एसटीएफ का जवान वसित रावटे बलिदान हो गए। यह नक्सलियों के विरुद्ध पिछले दो वर्ष के भीतर दूसरी सबसे बड़ी सफलता है। चार अप्रेल 2024 को दंतेवाड़ा के थुलथुली मुठभेड़ में 38 नक्सली मारे गए थे। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष 2025 के 40 दिन के भीतर सुरक्षा बल ने मुठभेड़ में कुल 86 नक्सली मारे हैं। बस्तर संभाग में हुई मुठभेड़ाें में कुल 65 नक्सलियों के शव पुलिस ने बरामद किए हैं।
सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता
पुलिस के अनुसार नक्सलियों की मौजूदगी की संख्या के हिसाब से 3-4 काेर इलाका ही बचा है, जिसमें अबूझमाड़, नेशनल पार्क का इलाका और दक्षिण बस्तर का इलाका इसमें शामिल है। सुरक्षाबलाें का ध्यान पूरी तरह से केंद्रित कर कार्रवाई काे अंजाम दिया जा रहा है, जिसमें बड़ी सफलता भी मिल रही है। इसी कड़ी पिछले 2-3 दिनों से पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि नेशनल पार्क एरिया कमेटी में नक्सलियों का जमावड़ा है। पुख्ता सूचना पर 8 फरवरी को डीआरजी, एसटीएफ और बस्तर फाइटर्स के जवानों को नक्सल विराेधी अभियान पर रवाना किया गया।
इस तरह ठोके गए आतंकी
इसी रात में सैकड़ाें जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया और 9 फरवरी की सुबह लगभग 8 बजे नक्सलियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई। शुरुआती मुठभेड़ में ही जवानों ने लगभग 5 से 6 नक्सलियों को मार गिराया। इसके बाद कुछ देर के लिए मुठभेड़ रुकी। इस दाैरान फिर जवान आगे बढ़े, तो दोबारा से नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। सुबह 11 बजे तक 12 नक्सलियों को मार गिराया गया था। इसी बीच 4 जवान भी घायल हो गए थे। उन्हें किसी तरह घटनास्थल से बाहर निकाला गया। मुठभेड़ में दो जवान बलिदान हो गए। शाम 4 बजे तक रुक-रुककर गोलीबारी चलती रही। जब मुठभेड़ रुकी तो जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें कुल 31 नक्सलियों के शव बरामद हुए।
40 दिन में कुल 65 हार्डकोर नक्सली ढेर
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुये वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 40 दिनों में कुल 65 हार्डकोर नक्सली मारे गए जा चुके हैं l सरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात डीआजी/एसटीएफ/काेबरा/सीआरपीएफ/बीएसएफ/आईटीबीपी/सीएएफ/ बस्तर फाईटर सहित समस्त सुरक्षा बल के सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है, जवानों का बलिदान हमारे संकल्प के लिए प्रेरणा होगा l