Delhi Assembly Election Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के दो दिन बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के लिए कांग्रेस का अड़ियल रुख जिम्मेदार है। अगर कांग्रेस आप के साथ समन्वय बनाकर चलती तो दिल्ली में इस तरह के नतीजे नहीं आते। साथ ही उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव के संदर्भ में अरविंद केजरीवाल की पार्टी पर भी तंज कसा। कहा कि अगर आप हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन करती तो वहां पर भी परिणाम अलग हो सकते थे।
कांग्रेस का पांच प्रतिशत वोट हासिल करना चिंताजनक
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीत लीं हैं, जबकि आप को 22 सीटें मिलीं हैं। इस चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है। चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद तो ममता बनर्जी ने कोई औपचारिक बयान नहीं दिया, लेकिन 10 फरवरी को विधानसभा परिसर में तृणमूल के विधायक दल की बैठक में उन्होंने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कुछ प्रतिशत वोटों के अंतर से ही दिल्ली की सत्ता पर कब्जा किया है। अगर कांग्रेस आप के साथ गठबंधन करती तो ऐसा नहीं होता। कांग्रेस का महज पांच प्रतिशत वोट हासिल करना बेहद चिंताजनक है।
हरियाणा मेंस हार पर कही ये बात
इस दौैरान ममता बनर्जी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया, जहां भाजपा ने 90 में से 48 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिली थीं। वहीं केजरीवाल की पार्टी हरियाणा में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस संदर्भ में ममता ने कहा कि अगर हरियाणा में आप कांग्रेस के साथ तालमेल बिठाकर चलती तो नतीजे कुछ और हो सकते थे।