Maha Kumbh : मानवता की अमूर्त धरोहर कुम्भ का साक्षी बनने के लिए पूरी दुनिया संगमनगरी में उमड़ पड़ी। विश्व के सबसे बड़े मेले महाकुम्भ को शुरू हुए बुधवार माघ पूर्णिमा को एक महीना पूरा हो गया। इस एक महीने में तीन पवित्र नदियों के संगम में आस्ट्रेलिया की आबादी से 17 गुणा ज्यादा संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। आबादी के लिहाज से देखें तो फ्रांस की आबादी से सात गुणा, इंग्लैण्ड की आबादी से छह गुणा, रशिया और जापान की आबादी से तीन गुणा ज्यादा संख्या में श्रद्धालु अब तक पवित्र स्नान कर चुके हैं। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुम्भ मेले में अभी तक करीब पावन डुबकी लगाने वालों की संख्या 46 करोड़ को पार कर चुकी है।बुधवार 12 फरवरी शाम-4 बजे तक 1.94 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। मेला समापन में अभी दो हफ्ते का समय बाकी है।
आबादी के लिहाज से महाकुम्भ नगर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश विश्व की आठ अरब से ज्यादा की आबादी में 1.45 अरब आबादी के साथ भारत अव्वल है। 1.41 अरब आबादी के साथ पड़ोसी देश चीन दूसरे और 34.5 करोड़ आबादी के साथ अमेरिका तीसरे स्थान पर हैं। महाकुम्भ में अब तक आए श्रद्धालुओं के हिसाब से उत्तर प्रदेश 76वां जिला महाकुम्भ नगर आबादी के लिहाज से दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को पछाड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है। विश्व में दस करोड़ से कम आबादी वाले लगभग 139 देश हैं।
आस्ट्रेलिया की आबादी से 17 गुणा ज्यादा कर चुके स्नान
वर्ल्डोमीटर डॉट इनफो वेबसाइट के अनुसार, आस्ट्रेलिया की आबादी 2.67 करोड़ है। उस हिसाब से महाकुम्भ में आस्ट्रेलिया की पूरी आबादी 17 बार से ज्यादा बार स्नान कर चुकी है। फ्रांस की आबादी 6.65 करोड़ और इंग्लैण्ड की 6.91 करोड़ है। महाकुम्भ में स्नान करने वालों की संख्या के हिसाब से फ्रांस की पूरी आबादी सात और इंग्लैण्ड छह बार स्नान कर चुकी है।
रशिया और जापान की पूरी आबादी तीन बार कर चुकी स्नान वर्ल्डोमीटर डॉट इनफो वेबसाइट के अनुसार, रशिया की आबादी 14.48 करोड़ और जापान की आबादी 12.3 करोड़ है। इस लिहाज से इन दोनों देशों की पूरी आबादी तीन बार महाकुम्भ में स्नान कर चुकी है।
महाकुम्भ में 40-45 करोड़ श्रद्धालु आने का था अनुमान
|उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुमान लगाया था कि 45 दिन के दुनिया के इस सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन में 45 करोड़ के करीब श्रद्धालु आएंगे। एक महीने में यह संख्या 46 करोड़ को पार कर चुकी है। अभी मेले दो हफ्ते का समय शेष है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ मेले का समापन होगा। माना जा रहा है कि महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या 50 करोड़ से पार हो जाएगी।
2019 में 24 करोड़ ने लगायी थी आस्था की डुबकी
2019 में प्रयागराज में 48 दिन तक चले कुम्भ मेले में 24 करोड़ 10 लाख श्रद्धालु गंगा, यमुना और अंतःसलिला सरस्वती में पुण्य की डुबकी लगाकर धन्य हुए थे। इस कुम्भ में जितने लोगों ने स्नान किया, उतनी भीड़ अब तक किसी मेले में नहीं लगी। यहां तक कि प्रदेश सरकार और मेला प्रशासन की ओर से भी 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान का अनुमान लगाया जा रहा था। 2013 के कुम्भ में 12 करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए थे।
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संतों और श्रद्धालुओं ने योगी सरकार की तारीफ की
दिव्य, भव्य और नव्य महाकुम्भ के आयोजन और व्यवस्था के लिये संत समाज और श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश सरकार की तारीफ की है। युवा श्रद्धालुओं ने महाकुंभ स्नान को अमिट स्मृति बताते हुए इसे सफल बनाने के लिए सीएम योगी का तहेदिल से आभार जताया। चंडीगढ़ से आये युवा श्रद्धालु कृतिका का कहना है कि, घाटों पर भारी भीड़ में भी सब कुछ अच्छे से मैनेज है, चेंजिंग रूम भी प्रॉपर हैं। विशाल भीड़ को मैनेज करना बहुत बड़ा टास्क है और सीएम योगी और मेला प्रशासन इस पर पूरी तरह खरे उतरे हैं।