Aero India: एयरो इंडिया में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में सीईओ राउंड टेबल को अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली, जिसमें 116 वैश्विक सीईओ ने हिस्सा लिया। कई विदेशी और भारतीय मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) ने निवेश, सहयोग, विकास केंद्रों और उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए अपनी योजनाओं के बारे में घोषणाएं कीं। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने 12 फरवरी की सुबह बेंगलुरु में जीई एयरोस्पेस और फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। बैठकों में एयरोस्पेस सहयोग को आगे बढ़ाने, रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
अनुबंध पर हस्ताक्षर करने का ऐलान
सीईओ राउंड टेबल में अल्ट्रा मैरीटाइम और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने अमेरिकी विनिर्देश के सह उत्पादन के लिए प्रारंभिक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने का ऐलान किया। भारत फोर्ज ने कुछ वाणिज्यिक विमानों के लिए 100 प्रतिशत लैंडिंग गियर का निर्माण देश में ही करने की योजना बताई। फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भारत में हैमर मिसाइल के सह उत्पादन के लिए साझेदारी की घोषणा की।
गोलमेज सम्मेलन में शामिल हुए ये अधिकारी
रक्षा मंत्रालय के अनुसार गोलमेज सम्मेलन में जॉन कॉकरिल (बेल्जियम), एयरबस (फ्रांस), अल्ट्रा मैरीटाइम (यूएसए), जीएनटी (दक्षिण कोरिया), मित्सुबिशी (जापान), सफ्रान (फ्रांस), लिबरर एयरोस्पेस (फ्रांस), एल3हैरिस टेक्नोलॉजीज इंक (यूएसए), थेल्स (फ्रांस), लॉकहीड मार्टिन (यूएसए), मार्टिन बेकर (यूके) सहित 58 विदेशी ओईएम ने भाग लिया। भारतीय ओईएम में भारत फोर्ज लिमिटेड, अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस, महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड, अशोक लीलैंड डिफेंस और डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स शामिल हुए।
वैश्विक जुड़ाव के माध्यम से रक्षा सहयोग को सक्षम बनाना गोलमेज सम्मेलन का उद्देश्य
सीईओ बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने दुनियाभर की विमानन कंपनियों को मौजूदा अस्थिर भू-राजनीतिक परिदृश्य के कारण उभर रही चुनौतियों के लिए लक्षित समाधान और जवाबी उपाय खोजने के लिए आमंत्रित किया। यह गोलमेज सम्मेलन ‘वैश्विक जुड़ाव के माध्यम से रक्षा सहयोग को सक्षम बनाना’ विषय पर आयोजित किया गया था, जो व्यवसाय केंद्रित प्रौद्योगिकी विकास, संयुक्त उद्यम, विनिर्माण उत्कृष्टता केंद्र, उद्योग आधारित क्षमता निर्माण, संयुक्त उद्यम, सह-विकास और सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर आधारित था।
रक्षा परीक्षण पोर्टल का भी उद्घाटन
रक्षा मंत्री ने ‘रक्षा परीक्षण पोर्टल’ का भी उद्घाटन किया तथा गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (डीजीक्यूए) की ‘रक्षा परीक्षण क्षमताओं’ पर एक पुस्तिका का विमोचन किया। यह पुस्तिका रक्षा निर्माताओं के लिए एक मार्गदर्शक दस्तावेज के रूप में काम करेगी। सम्मेलन के दौरान एक लघु फिल्म के जरिए भारतीय रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र, भारत के एयरोस्पेस, रक्षा क्षेत्र के उल्लेखनीय विकास और प्रगति को दिखाया गया।