Ahmedabad: अहमदाबाद के चंडोला तालाब के समीप पिछले साल पकड़े गए 02 नाबालिग समेत कुल 52 में से 16 बांग्लादेशियों को 12 फरवरी को डिपोर्ट कर दिया गया। इसमें एक नाबालिग भी शामिल है। अन्य 35 बांग्लादेशियों को इस महीने के अंत तक या 15 मार्च से पहले डिपोर्ट कर दिया जाएगा। इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच के एसीपी भरत पटेल ने दी है। वहीं गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने भी अपने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की है।
पकड़े गए लोगों में महिलाएं और नाबालिग भी शामिल
अहमदाबाद के चंडोला तालाब के समीप बांग्लादेशी बस्ती की जानकारी मिलने पर क्राइम ब्रांच ने पिछले साल ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान कुल 52 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया। इनके पास भारत के फर्जी आधार कार्ड समेत कई अन्य फर्जी कागजात पाए गए थे। पकड़े गए लोगों में महिलाएं और नाबालिग भी शामिल हैं। इन्हें ह्युमन ट्रैफिकिंग कर देह व्यापार में डालने की जानकारी सामने आई। क्राइम ब्रांच इनके भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका के संबंध में भी जानकारी जुटा रही है।
बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ में पता चला कि महिलाओं से देह व्यापार करवाकर उनका शोषण कराया जाता था। इसमें एजेंट के भी शामिल होने की जानकारी सामने आई है। एजेंट महिलाओं को मॉल में नौकरी का झांसा देकर उनसे देह व्यापार करवाते थे।
बांग्लादेशियों को खोजने का अभियान जारी
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के डीसीपी अजित राजियाण ने बताया कि लंबे समय से बांग्लादेशियों को खोजने का अभियान चलाया जा रहा है। जांच में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। जिन बांग्लादेशियों को पकड़ा गया उनमें से एक नाबालिग समेत 16 लोगों को इस साल जनवरी में डिपोर्ट करने की कार्रवाई शुरू की गई, जिसके बाद 01 फरवरी को डिपोर्ट करवाने में सफलता मिली। इस बार बांग्लादेश की सरकार ने भी स्वीकार किया है कि वे अवैध रूप से भारत में घुस गए थे। अभी 35 अन्य बांग्लादेशी को भी डिपोर्ट करने की प्रक्रिया अभी जारी है।