West Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से प्रयागराज में आयोजित हो रहे हैं महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कहने के बाद विरोध का सिलसिला शुरू हो गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने 19 फरवरी को पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ किया गया। इसमें राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में तुष्टीकरण की राजनीति, मदरसों के लिए भारी बजट आवंटन और सरकारी शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने के प्रयासों का विरोध किया गया।
एबीवीपी का आरोप
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ममता सरकार प्रदेश में शिक्षा प्रणाली को बर्बाद करने पर तुली हुई है। संगठन ने यह भी दावा किया कि विभिन्न शिक्षण संस्थानों में सरस्वती पूजा पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है, जो कि राज्य की सांस्कृतिक परंपरा के खिलाफ है।
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हिंदू परंपराओं को दबाने का आरोप
प्रदर्शन के दौरान कोलकाता पुलिस ने विधानसभा के गेट के पास प्रदर्शन कर रहे कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। एबीवीपी ने ममता सरकार पर हिंदू परंपराओं को दबाने का आरोप लगाते हुए राज्य में शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है।