USAID: विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने 21 फरवरी (शुक्रवार) को कहा कि अमेरिकी प्रशासन (US Administration) द्वारा कुछ अमेरिकी गतिविधियों और वित्तपोषण (US activities and financing) के संबंध में दी गई जानकारी अत्यंत चिंताजनक है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हाल ही में लगाए गए इस आरोप से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है कि अमेरिकी सहायता राशि का इस्तेमाल भारत की चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए किया जा रहा है।
#WATCH | “We have seen information that has been put out by the US administration regarding certain USA activities and funding. These are obviously very deeply troubling. This has led to concerns about foreign interference in India’s internal affairs. Relevant departments and… pic.twitter.com/2WHRex7auG
— ANI (@ANI) February 21, 2025
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अमेरिकी करदाताओं के डॉलर खर्च
डोनाल्ड ट्रंप की यह टिप्पणी एलन मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) द्वारा यह खुलासा किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है कि USAID ने भारत में मतदान को बढ़ावा देने के लिए चुनाव आयोग को 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान दिया है। 16 फरवरी को DOGE ने उन मदों की सूची बनाई जिन पर “अमेरिकी करदाताओं के डॉलर खर्च किए जाने वाले थे” और इस सूची में “भारत में मतदान के लिए 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर” शामिल थे। DOGE ने बताया कि सभी मदों को रद्द कर दिया गया है।
रणधीर जायसवाल ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को ट्रंप की टिप्पणी पर कहा कि ‘यूएसएआईडी द्वारा भारत को 21 मिलियन डॉलर का दान “किसी और को निर्वाचित कराने के लिए” दिया गया है। उन्होंने कहा, “हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ यूएसए गतिविधियों और वित्तपोषण के बारे में जानकारी देखी है। ये स्पष्ट रूप से बहुत ही परेशान करने वाली हैं। इससे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप के बारे में चिंताएं पैदा हुई हैं। संबंधित विभाग और एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। इस समय सार्वजनिक टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, इसलिए संबंधित अधिकारी इस पर गौर कर रहे हैं और उम्मीद है कि हम बाद में इस पर अपडेट दे पाएंगे।”
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21 मिलियन डॉलर का फंड
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत में ‘मतदाता मतदान’ के लिए अब रद्द किए गए 21 मिलियन डॉलर के फंड पर निशाना साधा और इसे “रिश्वत योजना” बताया। गुरुवार को वाशिंगटन डीसी में रिपब्लिकन गवर्नर्स एसोसिएशन की बैठक को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, “भारत में मतदाता मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर। हम भारत में मतदान की परवाह क्यों कर रहे हैं? हमारे पास पहले से ही बहुत सी समस्याएं हैं। हम अपना खुद का मतदान चाहते हैं।”
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ट्रंप ने क्या कहा?
एनबीसी न्यूज द्वारा प्रसारित संबोधन के दौरान ट्रंप ने कहा, “क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि इतना सारा पैसा भारत जा रहा है। मुझे आश्चर्य है कि जब उन्हें यह मिलता है तो वे क्या सोचते हैं। यह एक रिश्वत योजना है। ऐसा नहीं है कि वे इसे खर्च करते हैं। वे इसे लोगों को वापस देते हैं, मैं कहूंगा कि कई मामलों में।” गुरुवार को डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के चुनावों में यूएसएआईडी के कथित हस्तक्षेप का संकेत दिया। उन्होंने कहा, “हमें भारत में मतदान पर 21 मिलियन डॉलर खर्च करने की क्या ज़रूरत है? मुझे लगता है कि वे किसी और को निर्वाचित करने की कोशिश कर रहे थे। हमें भारत सरकार को बताना होगा… यह पूरी तरह से एक बड़ी सफलता है।”
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