Surat Food Security Saturation Campaign: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 मार्च को विकसित भारत की यात्रा में पौष्टिक भोजन की भूमिका को अहम बताया और कहा कि हमारा लक्ष्य कुपोषण और एनीमिया जैसी समस्याओं से मुक्ति के लिए देश के प्रत्येक परिवार को पर्याप्त पोषण देने का है।
प्रधानमंत्री गुजरात में सूरत खाद्य सुरक्षा संतृप्ति अभियान का शुभारंभ करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सूरत खाद्य सुरक्षा संतृप्ति अभियान देश के खाद्य एवं पोषण सुरक्षा मिशन में एक उल्लेखनीय कदम है। उन्होंने कहा कि सूरत अनेक मामलों में गुजरात के साथ ही देश का एक अग्रणी शहर है। सूरत आज गरीब, वंचित को भोजन और पोषण की सुरक्षा देने में आगे निकल रहा है।
संतृप्ति अभियान बनेगा प्रेरणा
मोदी ने कहा कि यह संतृप्ति अभियान तुष्टीकरण की भावना को छोड़कर संतुष्टीकरण की भावना को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि सूरत में चलाया जा रहा यह संतृप्ति अभियान गुजरात के अन्य जिलों और देश के शेष राज्यों के लिए भी प्रेरणा बनेगा। उन्होंने कहा कि जब सरकार ही लाभार्थी के दरवाजे पर जा रही है तो कोई छूटेगा कैसे और जब कोई छूटेगा नहीं तो कोई रूठेगा कैसे। जब सोच ये हो कि हमें सब तक लाभ पहुंचाना है, तो ठगने वाले दूर भाग जाते हैं।
बहनों-बेटियों ने नमो ऐप पर शेयर की अपनी गाथाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने देश की नारी शक्ति से अपनी सफलताओं को अपनी उपलब्धियों को, अपने जीवन की प्रेरणादायी यात्रा को नमो ऐप पर शेयर करने का आग्रह किया। अनेक बहनों-बेटियों ने नमो ऐप पर अपनी गाथाएं शेयर की हैं। कल महिला दिवस है और कल महिला दिवस के अवसर पर मैं अपना सोशल अकाउंट ऐसी ही कुछ प्रेरणादायी बहनों-बेटियों को सौंपने जा रहा हूं।
हमारी सरकार गरीब की साथी
उन्होंने कहा, “मुझे संतोष है, हमारी सरकार गरीब की साथी बनकर हमेशा उसके साथ खड़ी है। कोविड काल में जब देशवासियों को सपोर्ट की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरू की गई। ये दुनिया की सबसे बड़ी और अपने आप में एक अनूठी योजना है, जो आज तक चल रही है।”
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पूर्व की सरकार पर कसा तंज
प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों के गरीबी हटाओ के नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले गरीबी हटती ही नहीं थी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दशक में पूरे देश में हमने गरीब को सशक्त करने के लिए मिशन मोड पर काम किया। गरीब के इर्द गिर्द एक सुरक्षा कवच बनाया गया ताकि उसे किसी के सामने भी हाथ फैलाने की नौबत न आए। पक्का घर, शौचालय, गैस कनेक्शन, नल कनेक्शन हो इससे गरीबों को नया आत्मविश्वास मिला। उन्होंने कहा कि बीमा का एक सुरक्षा कवच गरीब परिवार को दिया गया। पहली बार करीब 60 करोड़ भारतीयों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया। इसके अलावा हमारी सरकार ने गरीब को, निम्न मध्यम वर्ग को बीमा का सुरक्षा कवच भी दिया। आज देश में 36 करोड़ से ज्यादा लोग सरकारी बीमा योजनाओं से जुड़े हैं और अब तक 16,000 करोड़ रुपये से ज्यादा क्लेम राशि के रूप में इन परिवारों को दिया जा चुका है।
वन नेशन वन राशन कार्ड का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने वन नेशन वन राशन कार्ड का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले एक जगह का राशन कार्ड दूसरी जगह नहीं चलता था। हमने इस समस्या का समाधान किया। हमने वन नेशन वन राशन कार्ड लागू किया। अब राशन कार्ड चाहे कहीं का भी हो, लाभार्थी को उसका फायदा देश के हर शहर में मिलता है। उन्होंने कहा कि पहले 5 करोड़ से ज़्यादा फ़र्जी राशन कार्ड धारक थे। हमारी सरकार ने उन्हें सिस्टम से हटा दिया। हमने राशन सिस्टम को आधार कार्ड से जोड़ा और ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ योजना लागू की, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि हर कोई इसका लाभ उठा सके, चाहे वे किसी भी राज्य में रहते हों।