International Women’s Day: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर गुजरात(Gujarat) के नवसारी जिले में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन(Lakhpati Didi Sammelan) में कहा कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति( richest person in the world) हूं क्योंकि मेरे पास करोड़ों माताओं और बहनों का आशीर्वाद(Blessings) है।
मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं…
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस दिन, गर्व से कह सकता हूं कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं। जब मैं कहता हूं कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं, तो कई लोगों के कान खड़े हो जाएंगे। आज पूरी ट्रॉल सेना मैदान में उतर जाएगी, लेकिन मैं फिर भी दोहराऊंगा कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं। मेरी जिंदगी के अकाउंट में करोड़ों माताओं, बहनों-बेटियों का आशीर्वाद है और ये आशीर्वाद निरंतर बढ़ता जा रहा है, इसलिए मैं कहता हूं कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं।
महाकुंभ में मिला मां गंगा का आशीर्वाद
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में मां गंगा का आशीर्वाद मिला और आज मातृशक्ति के इस महाकुंभ में आप सभी माताओं-बहनों का आशीर्वाद मिला। आज महिला दिवस का ये दिन, गुजरात की मेरी मातृभूमि और इतनी बड़ी संख्या में माताओं, बहन-बेटियों की ये उपस्थिति, इस विशेष दिन आपके इस प्यार, स्नेह और आशीर्वाद के लिए मैं मातृशक्ति को सिर झुकाकर नमन करता हूं। मोदी ने कहा कि गुजरात की इस धरती से मैं सभी देशवासियों को, देश की सभी माताओं-बहनों को महिला दिवस की शुभकामनाएं भी देता हूं।
मुस्लिम महिलाएं की जिंदगी बर्बाद होने से बचाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए कानून की मांग कर रही थीं। मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019 के जरिए हमने उनकी जिंदगी बर्बाद होने से बचाई है। जब कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू था, तो उन्हें कई अधिकार नहीं दिए जाते थे। अगर वे राज्य से बाहर शादी करती थीं तो उनके संपत्ति के अधिकार छीन लिए जाते थे। अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद अब उन्हें देश की हर महिला की तरह समान अधिकार मिले हैं।
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बैंक खाते खोलकर बनाया सशक्त
उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए शौचालय (इज्जत घर) उपलब्ध कराकर हमने उन्हें सम्मान दिया है। हमने उनके बैंक खाते खोलकर उन्हें सशक्त बनाया है। उज्ज्वला योजना के माध्यम से हमने उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिया है। पहले कामकाजी महिलाओं को केवल 12 सप्ताह का मातृत्व अवकाश मिलता था, लेकिन हमने इसे बढ़ाकर 26 सप्ताह कर दिया है।