Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी का 20 दिनों तक चला क्रिकेट महाकुंभ दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम(Dubai International Cricket Stadium) में 9 मार्च को भारत के चैंपियन(india champion) बनने के साथ समाप्त हुआ। भारत की ऐतिहासिक जीत(India’s historic win) के बाद पाकिस्तान की ओर से एक नया विवाद(A new controversy) खड़ा हो गया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का कोई भी प्रतिनिधि ट्रॉफी वितरण समारोह(Trophy distribution ceremony) में मौजूद नहीं था।
शोएब अख्तर ने उठाया सवाल
पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर उठाते हुए कहा, “भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली, लेकिन मुझे एक अजीब बात नजर आई। पीसीबी की ओर से कोई भी मंच पर मौजूद नहीं था, जबकि पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का मेजबान था। यह मेरे लिए समझ से बाहर है कि इस वैश्विक मंच पर कोई प्रतिनिधि क्यों नहीं था। वहां पीसीबी के किसी भी सदस्य को नहीं देखा गया।”
पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी नहीं पहुंचे दुबई
रिपोर्ट्स के मुताबिक टूर्नामेंट के मेजबान होने के बावजूद पीसीबी का कोई भी निर्वाचित सदस्य दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में मौजूद नहीं था। पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी समापन समारोह के लिए दुबई नहीं पहुंचे। उनकी जगह सुमैर अहमद, जो पाकिस्तान चरण के टूर्नामेंट निदेशक थे, पीसीबी का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजे गए थे।
प्रोटोकॉल के कारण मंच पर नहीं बुलाए गए कर्मचारी
हालांकि, प्रोटोकॉल के अनुसार केवल बोर्ड के निर्वाचित सदस्य या निदेशक ही मंच पर आ सकते थे, पीसीबी के कर्मचारी नहीं। इसी कारण सुमैर अहमद को मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया। टूर्नामेंट के दुबई चरण के निदेशक आंद्रे रसेल भी मौजूद थे, लेकिन उन्हें भी मंच पर बुलाया नहीं गया।
केवल उच्च पदस्थ अधिकारी थे मौजूद
पुरस्कार वितरण मंच पर केवल उच्च पदस्थ अधिकारी ही मौजूद थे, जिनमें आईसीसी अध्यक्ष जय शाह, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव देवजीत सैकिया और न्यूजीलैंड क्रिकेट के निदेशक रोजर ट्वोज शामिल थे।
इस पूरे घटनाक्रम के चलते पीसीबी की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं, और पाकिस्तान में इस मुद्दे को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों के बीच काफी विवाद छीड़ गया है।
Join Our WhatsApp Community