Mumbai: होटल में चिकन बिरयानी का आनंद लेने गए कुर्ला के शेख परिवार को महंगा पड़ गया। बिरयानी खाते समय शेख परिवार की 34 वर्षीय रेशमा (काल्पनिक नाम) के गले में चिकन की हड्डी फंस गई, जिसे निकालने के लिए उन्हें सर्जरी करानी पड़ी। इस सर्जरी पर शेख परिवार को इलाज पर 4 लाख रुपये खर्च करने पड़े और पूरी चिकित्सा प्रक्रिया में एक महीने का समय लग गया।
रेशमा की सांस नली में अटकी हड्डी
कुर्ला में रहने वाले शेख परिवार ने 3 फरवरी को एक होटल में डिनर करने की योजना बनाई थी। 34 वर्षीय रेशमा (बदला हुआ नाम), उनके पति, दो बच्चे और शेख परिवार के ससुराल वाले डिनर के लिए होटल में गए थे। उन्होंने सभी के लिए चिकन बिरयानी का ऑर्डर दिया। चिकन बिरयानी का लुत्फ़ उठाते हुए रेशमा को अचानक सांस लेने में तकलीफ़ होने लगी और उनकी आंखें घूम गईं। रेशमा की हालत देखकर शेख परिवार परेशान हो गया और होटल स्टाफ की मदद से उन्होंने रेशमा को तुरंत कुर्ला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
डॉक्टरों ने बताया 8 लाख खर्च
अस्पताल में जांच के दौरान पता चला कि उसके गले में चिकन की हड्डी फंसी हुई है। डॉक्टरों ने सर्जरी से पहले फंसी हुई चिकन की हड्डी को निकालने के लिए कई तरीके आजमाए। लेकिन वह ऐसी जगह फंसी हुई थी कि सर्जरी ही आखिरी विकल्प था। अस्पताल ने इसके लिए 8 लाख रुपए का खर्च बताया।
चार लाख पर आ गई बात
रेशमा का पति एक स्थानीय फैक्ट्री में काम काम करता है। इसलिए वह इतना खर्च वहन नहीं कर सकता था। अंत में, डॉक्टर ने उसे एक ऐसे संगठन में जाने की सलाह दी, जो इलाज के लिए पैसे दान करता है और अस्पताल ने भी खर्च आधा करके 4 लाख कर दिया।
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ऑपरेशन कर निकाली गई हड्डी
आखिरकार, 8 फरवरी को सर्जरी करके रेशमा के गले में फंसी 3.2 सेमी की चिकन की हड्डी निकाली गई। यह कठिन सर्जरी आठ घंटे तक चली। आखिरकार उसके गले की हड्डियाँ निकाल दी गई। सर्जरी के बाद रेशमा को 21 दिनों तक नली के ज़रिए खाना दिया गया। इन सब से उबरने में रेशमा को एक महीने का समय लगा। अस्पताल से निकलने के बाद रेशमा ने कहा कि अब वह अपनी ज़िंदगी में कभी भी बिरयानी नहीं खाएगी।