Parliament Budget Session: राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसा क्या कहा कि मांगनी पड़ गई माफी? यहां जानें

उपसभापति हरिवंश ने शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा शुरू करने के लिए कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह को बुलाया।

105

Parliament Budget Session: कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने 11 मार्च (मंगलवार) को राज्यसभा (Rajya Sabha) में अपने अपमानजनक बयान (derogatory statement) पर मचे बवाल के बाद माफी मांगी। (apologized) उन्होंने सभापति से माफी मांगते हुए स्पष्ट किया कि यह उस सरकार के लिए था जो देश में “क्षेत्रीय विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है”।

दिन के एजेंडे के अनुसार, उच्च सदन ने प्रश्नकाल के बाद शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा शुरू की। उपसभापति हरिवंश ने शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा शुरू करने के लिए कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह को बुलाया।

यह भी पढ़ें- Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी के ‘टीम ऑफ द टूर्नामेंट’ के 12 खिलाड़ियों में 6 भयातीय, यहां जानें

परिसीमन और एनईपी का विरोध
परिसीमन और एनईपी का विरोध करने के लिए काले कपड़े पहने डीएमके सांसद प्रधान से माफी मांगने की मांग करते हुए खड़े हो गए। हंगामे के बीच विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बीच-बचाव करने के लिए खड़े हुए। इस पर सभापति ने कहा कि खड़गे को सुबह ही बोलने की अनुमति दे दी गई थी। खड़गे ने जवाब दिया कि उस समय शिक्षा मंत्री सदन में नहीं थे। उन्होंने कहा, “यह तानाशाही है।” जैसे ही अध्यक्ष ने कहा कि सिंह की बोलने की बारी है, खड़गे ने कहा कि विपक्ष सरकार को घेरने के लिए तैयार है।

यह भी पढ़ें- Maharashtra: आरएसएस शाखा पर पथराव, पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच

तुरंत माफ़ी मांगी
खड़गे ने इस शब्द का इस्तेमाल करने के लिए तुरंत माफ़ी मांगी, और यह भी स्पष्ट किया कि यह शब्द अध्यक्ष के लिए नहीं बल्कि सरकारी नीतियों के लिए था। उन्होंने कहा, “मुझे खेद है, मैं आपके बारे में नहीं बोल रहा था, यह सरकारी नीतियों के बारे में था। मुझे खेद है कि अगर मेरी टिप्पणी से आपको ठेस पहुंची है, तो मैं आपसे माफ़ी मांगता हूं।”

यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh: जानें संभल में कैसे 3 बाइक सवारों ने भाजपा नेता की जहर से की हत्या, जानें कौन हैं वो

लोगों के स्वाभिमान को ठेस…
खड़गे ने कहा, “आप इस देश के एक हिस्से और लोगों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचा रहे हैं, और उन्हें असभ्य और असभ्य कह रहे हैं। मंत्री को इस्तीफा देने के लिए कहा जाना चाहिए। वे देश को बांटने और तोड़ने की बात कर रहे हैं।”

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.