QS World University Rankings announced: क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग बाय सब्जेक्ट 2025 में नौ भारतीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों ने विशिष्ट विषयों में वैश्विक शीर्ष 50 में जगह बनायी है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने इंजीनियरिंग में वैश्विक स्तर पर 26वां स्थान प्राप्त किया, जबकि इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम), धनबाद ने खनिज और खनन इंजीनियरिंग श्रेणी में वैश्विक स्तर पर 20वां स्थान हासिल किया।
आईआईटी दिल्ली को मिला 26वां स्थान
12 मार्च को घोषित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स बाय सब्जेक्ट 2025 के अनुसार, आईआईटी दिल्ली 26वें स्थान के साथ इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के व्यापक विषय क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष 30 संस्थानों में शामिल है। आईआईटी दिल्ली ने अपने पिछले साल के 45वें स्थान को सुधार कर 26वां स्थान प्राप्त किया है। भारत में आईआईटी दिल्ली इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी श्रेणी में शीर्ष संस्थान के रूप में उभरा है। प्राकृतिक विज्ञान श्रेणी में संस्थान ने 146वां स्थान प्राप्त किया है और सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन श्रेणी में इसने 75वां स्थान प्राप्त किया है।
आईआईटी बॉम्बे को मिला 28वां स्थान
आईआईटी बॉम्बे को 82.3 अंकों के साथ इंजीनियरिंग में 28वां स्थान मिला है और कला वर्ग में भी 192वां स्थान मिला है। भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद ने व्यवसाय और प्रबंधन अध्ययन श्रेणी में 27वां स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा भारत में पहले स्थान पर रहने वाले आईआईटी मद्रास ने वैश्विक स्तर पर इंजीनियरिंग में 53वां स्थान हासिल किया है। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने लगातार छठे साल कानून और कानूनी अध्ययन में भारत के संस्थानों में रैंक-1 हासिल किया है।
100 देशों के संस्थान शामिल
विषय के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 100 देशों और क्षेत्रों के 1,700 से अधिक विश्वविद्यालयों के 21,000 से अधिक शैक्षणिक कार्यक्रमों की तुलना की गई, जिसमें पांच संकाय क्षेत्रों में 55 विषय शामिल थे। विषय के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के 2025 संस्करण में पांच व्यापक विषय क्षेत्रों में 55 व्यक्तिगत विषय शामिल हैं। आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि चिकित्सा, कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रणाली तथा सामग्री विज्ञान सहित कई विषयों में अब पहले से कहीं अधिक रैंक वाले संस्थान शामिल हैं।
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी), यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी क्षेत्र में क्रमशः शीर्ष तीन रैंकिंग हासिल की हैं। जबकि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी ने लाइफ साइंसेज और मेडिसिन में शीर्ष तीन स्थान हासिल किए हैं।
भविष्य के उद्योगों में उभरते रुझानों पर प्रकाश
क्यूएस रैंकिंग 2025 ने भविष्य के उद्योगों में उभरते रुझानों पर प्रकाश डाला, जिसमें डेटा साइंस और एआई के शीर्ष 100 में 34 नई प्रविष्टियां, कंप्यूटर साइंस के शीर्ष 50 में 45 बदलाव और इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में चीन की पहली बार शीर्ष 10 प्रविष्टि शामिल है। रैंकिंग में आठ नए देश और क्षेत्र शामिल हुए, जिसमें 171 पहली बार शामिल हुए संस्थान और 14 विश्वविद्यालय अपने विषय क्षेत्रों में शीर्ष 10 पदों पर पहुंचे।