Maharashtra: मुख्यमंत्री की लाडकी बहिन योजना विधानसभा चुनाव के बाद सुर्खियों में आई थी। इसका कारण भारी मतदान और महायुति की अभूतपूर्व जीत है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में लाड़की बहिन योजना की बहनों की संख्या में कमी की चर्चा हो रही है, जो कि अफवाह है। हकीकत में चुनावों के बाद संख्या में 13 लाख से अधिक की वृद्धि हुई है।
फरवरी माह के लाभार्थी 2.47 करोड़
राज्य विधानमंडल का बजट सत्र 3 मार्च को शुरू हुआ। बुधवार, 12 मार्च 2025 को विधानसभा में ‘मुख्यमंत्री लाड़की बहिन’ योजना पर चर्चा हुई। रोहित पवार, संतोष दानवे, नाना पटोले, जयंत पाटील, विजय वडेट्टीवार, भास्कर जाधव, योगेश सागर जैसे करीब 34 विधायकों ने इस मुद्दे पर सवाल पूछे। इसका जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि अक्टूबर 2024 में, यानी विधानसभा चुनाव से पहले, लाड़की बहिन योजना की महिला लाभार्थियों की संख्या 2.33 करोड़ से अधिक थी, जबकि फरवरी 2025 में 2.47 करोड़ महिलाओं को लाभ प्रदान किया गया।
संख्या में कमी अफ़वाह
अदिति तटकरे ने लाड़की बहिन की संख्या में कमी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बहनों की संख्या में कमी नहीं आई, बल्कि केवल समाचार चैनलों ने खबर चलाई या अफवाह फैलाई कि बहनों की संख्या कम हो गई है। तटकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि प्यारी बहनों के प्रकाशित आंकड़े महिला एवं बाल कल्याण विकास विभाग के नहीं हैं।
अधिक जानकारी देते हुए तटकरे ने बताया कि अगर नमो कृषि योजना के तहत महिलाओं को 1,000 रुपये मिल रहे हैं, तो लाड़की बहिन योजना के तहत अतिरिक्त 500 रुपये दिए जाते हैं। तटकरे ने कहा कि भले ही अन्य योजनाओं के लाभार्थी हों, लेकिन अंतर की राशि सरकार द्वारा दी जा रही है।