Tamil Nadu:राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के खिलाफ़ मजबूत रुख अपनाते हुए, एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने 13 मार्च को राज्य के 2025-26 के बजट में आधिकारिक रुपये के प्रतीक (₹) को तमिल अक्षर ‘रु’ से बदल दिया, जो ‘रुबाई’ (तमिल में रुपया) से आता है। इस प्रस्ताव को 14 मार्च को सुबह पेश किया जाएगा।
यह पहली बार है, जब किसी राज्य ने राष्ट्रीय मुद्रा प्रतीक को अस्वीकार किया है। इससे एनईपी के प्रति उसका विरोध एक नए स्तर पर पहुंच गया है।
एक्स पर राज्य के बजट का एक टीज़र साझा करते हुए, मुख्यमंत्री स्टालिन ने लिखा, “समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए तमिलनाडु के व्यापक विकास को सुनिश्चित करने के लिए…”
சமூகத்தின் அனைத்துத் தரப்பினரும் பயன்பெறும் வகையில் தமிழ்நாட்டின் பரவலான வளர்ச்சியை உறுதி செய்திட…#DravidianModel #TNBudget2025 pic.twitter.com/83ZBFUdKZC
— M.K.Stalin (@mkstalin) March 13, 2025
एक टीवी न्यूज से बात करते हुए डीएमके नेता सरवनन अन्नादुरई ने कहा, “हमने रुपये के लिए तमिल शब्द रखा है। यह कोई टकराव नहीं है, इसमें कुछ भी अवैध नहीं है। हम तमिल को प्राथमिकता देंगे, इसलिए सरकार ने इसे आगे बढ़ाया।”
उन्होंने कहा, “मैंने उनसे तमिल को सही तरीके से बढ़ावा देने के लिए कहा है। तमिलनाडु शिक्षा के क्षेत्र में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। यहां से लोग उत्तर भारत नहीं जा रहे हैं, वे अमेरिका और ब्रिटेन जा रहे हैं। भाजपा इसे पचा नहीं पा रही है।”
प्रतीक चिन्ह को डिजाइन करने वाले व्यक्ति के बारे में बोलते हुए अन्नादुरई ने कहा, “देश को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि तमिलनाडु के किसी व्यक्ति ने इसे डिजाइन किया है। यह इस बारे में नहीं है कि किसने इसे डिजाइन किया है। यह तमिल को बढ़ावा देने के ल है, कोई भी कानून हमें इसका उपयोग करने से नहीं रोकता है।” उन्होंने कहा कि इसे डिजाइन करने वाला व्यक्ति तमिल है और “तमिलों की वजह से ही हम बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं।”
बीजेपी ने डीएमके के बजट से रुपया हटाने के कदम को ‘मूर्खतापूर्ण’ बताया
इस बीच, बीजेपी नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा, “वे इसका इस्तेमाल केवल अपनी राजनीति के लिए कर रहे हैं। मैं तमिल शब्द के इस्तेमाल के खिलाफ नहीं हूं। यह केवल एक राजनीतिक नाटक है। वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में क्यों नहीं पढ़ा रहे हैं? बीजेपी को भी तमिल पर गर्व है, लेकिन डीएमके तमिल भाषा का संरक्षक नहीं हो सकता।”
तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख अन्नामलाई ने इसे स्टालिन का मूर्खतापूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि प्रतीक को डिजाइन करने वाले व्यक्ति थिरु उदय कुमार हैं और उन्होंने कहा कि वह डीएमके विधायक के बेटे हैं। “डीएमके सरकार भाषा युद्ध को बढ़ावा देना चाहती है। मैं इन छद्म-नकली तमिलों की तरह नहीं हूं, मुझे तमिल भाषा और तमिलनाडु से प्यार है। उन्हें तमिल का एकमात्र संरक्षक होने का क्या अधिकार है।”
एक्स पर अन्नामलाई ने लिखा, “डीएमके सरकार का 2025-26 का राज्य बजट एक तमिल द्वारा डिज़ाइन किए गए रुपये के प्रतीक को बदल देता है, जिसे पूरे भारत ने अपनाया और हमारी मुद्रा में शामिल किया। प्रतीक को डिज़ाइन करने वाले थिरु उदय कुमार डीएमके के एक पूर्व विधायक के बेटे हैं। आप कितने मूर्ख हो सकते हैं, थिरु @mkstalin?”
The DMK Government’s State Budget for 2025-26 replaces the Rupee Symbol designed by a Tamilian, which was adopted by the whole of Bharat and incorporated into our Currency.
Thiru Udhay Kumar, who designed the symbol, is the son of a former DMK MLA.
How stupid can you become,… pic.twitter.com/t3ZyaVmxmq
— K.Annamalai (@annamalai_k) March 13, 2025
भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी तमिलनाडु सरकार के कदम की आलोचना की और एक्स पर लिखा, “उदय कुमार धर्मलिंगम एक भारतीय शिक्षाविद और डिजाइनर हैं, जो डीएमके के एक पूर्व विधायक के बेटे हैं, जिन्होंने भारतीय रुपये (₹) का चिह्न डिज़ाइन किया है, जिसे पूरा भारत ने स्वीकार किया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन तमिलनाडु बजट 2025-26 दस्तावेज़ से ₹ चिह्न हटाकर तमिलों का अपमान कर रहे हैं। इससे हास्यास्पद कुछ नहीं हो सकता?”
Udaya Kumar Dharmalingam is an Indian academic and designer, son of a former DMK MLA, who designed the Indian rupee (₹) sign, which was accepted by Bharat.
Chief Minister MK Stalin is insulting Tamilians by dropping the ₹ sign from the Tamil Nadu Budget 2025-26 document.
Just… pic.twitter.com/UFU1ipxGp6
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 13, 2025
इस बीच, भाजपा नेता नारायणन तिरुपति ने कहा कि डीएमके लोगों को गुमराह करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।”यह दर्शाता है कि डीएमके अपनी हार को छिपाने और लोगों को गुमराह करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। यह कोई बचकाना हरकत नहीं है। रुपये के नोट के चिह्न को हटाना और गुस्सा करना हास्यास्पद है।”
தங்கள் தோல்வியை மறைக்க, மக்களை திசை திருப்புவதற்காக எந்த எல்லைக்கும் செல்லும் திமுக என்பதை உணர்த்துகிறது. சிறுபிள்ளைத்தனமான நடவடிக்கை ஏதுமில்லை. ரூபாய் நோட்டின் அடையாளத்தை அகற்றி புளகாங்கிதம் அடைவது வேடிக்கை.
நாராயணன் திருப்பதி. pic.twitter.com/fXhEADTm71
— Narayanan Thirupathy (@narayanantbjp) March 13, 2025
भाषा युद्ध में तमिलनाडु बनाम केंद्र
तमिलनाडु के राज्य बजट पर मुद्रा चिह्न की अदला-बदली स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार और केंद्र के बीच चल रहे एक बड़े भाषा युद्ध के मद्देनजर हुई है।
डीएमके ने केंद्र पर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रस्तावित त्रि-भाषा फॉर्मूले के माध्यम से राज्य में हिंदी भाषा को थोपने का आरोप लगाया है।
तमिलनाडु सरकार ने कदम उठाने से पहले मुद्रा चिह्न को तमिल अक्षर से बदलने के बारे में कोई औपचारिक सूचना जारी नहीं की।
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