Women take the Wheel: ड्राइविंग सीट पर महिलाओं का दबदबा, बड़ी संख्या में खरीद रही हैं कारें!

कार खरीदने वाली महिलाओं की संख्या में यह बदलाव सिर्फ एक गुज़रता हुआ चलन नहीं है, यह समाज में महत्वपूर्ण बदलावों का प्रतिनिधित्व करता है।

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Photo : Meta AI

– कोमल यादव

भारत (India) में महिलाओं का ड्राइविंग के प्रति उत्साह लगातार बढ़ रहा है। पहले, ड्राइविंग को एक पुरुष प्रधान गतिविधि माना जाता था, लेकिन समय के साथ महिलाओं ने अपनी क्षमता को साबित किया। अब, महिलाएं न केवल अपने परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी आज़ादी और आत्मनिर्भरता के लिए भी गाड़ी चलाती हैं।

आत्मनिर्भरता की ओर महिलाएं
अब वह दौर गया, जब महिलाएं केवल घर का काम किया करती थीं । अब महिलाएं ऑटोमोबाइल उद्योग में धमाल मचा रही हैं। हाल के वर्षों में, भारत में महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने की दिशा में काफी आगे बढ़ गई हैं, और यह इस बात से झलकता है कि अब कितनी महिलाएं कार खरीद रही हैं। स्पिनी की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि कार खरीदने वाली महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो दर्शाता है कि वे अधिक आत्मनिर्भर बन रही हैं।

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किस तरह की कार हैं पसंद?
रिपोर्ट से पता चलता है कि 60 प्रतिशत महिलाएं ऑटोमैटिक हैचबैक कार पसंद करती हैं क्योंकि उन्हें चलाना आसान होता है। इसके अलावा, 18 प्रतिशत कॉम्पैक्ट SUV चुन रही हैं। महिलाओं के बीच सबसे लोकप्रिय कार मॉडलों में Renault Kwid, Hyundai Grand i10 और Maruti Suzuki Swift आदि हैं।

दिल्ली-एनसीआर नंबर वन
जब हम अलग-अलग शहरों को देखते हैं, तो यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि कार खरीदने वाली महिलाओं की सबसे ज़्यादा संख्या दिल्ली-एनसीआर (48 % ) में है, इसके बाद मुंबई (46 % ), बैंगलोर (41% ) और पुणे (39%) का स्थान है। लखनऊ और जयपुर जैसे छोटे शहरों में भी महिला कार खरीदारों की संख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि कार खरीदने वाली अधिकांश महिलाएं 30 से 40 वर्ष की आयु के बीच की हैं, जो दर्शाता है कि युवा कामकाजी महिलाएं अपनी जीवनशैली के अनुकूल कार चुन रही हैं।

बदलाव के संकेत
कार खरीदने वाली महिलाओं की संख्या में यह बदलाव सिर्फ एक गुज़रता हुआ चलन नहीं है, यह समाज में महत्वपूर्ण बदलावों का प्रतिनिधित्व करता है। यह दर्शाता है कि महिलाएं आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र हो रही हैं और पारंपरिक विचारों से दूर जा रही हैं। जैसे-जैसे अधिक महिलाएं कार चलाना और खरीदना शुरू कर रही हैं, ऑटोमोबाइल उद्योग भी उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बदल रहा है। कार कंपनियां अब भरोसे, सुविधा और महिलाओं के लिए कार खरीदने के अनुभव को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

तेजी से बढ़ रहा है ड्राइविंग का क्रेज
इन सबका परिणाम यह है कि आजकल भारत में महिलाओं के बीच ड्राइविंग का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। यह एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है, जो समाज में लिंग समानता की दिशा में बढ़ता हुआ एक कदम है। (Women take the Wheel)

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