घाटी की खिदमत में जम्मू का दम ना घोंटो! ऑक्सीजन जनरेटर्स न मिलने से फैला आक्रोश

जम्मू कश्मीर के बीच भेदभाव को लेकर लंबे अंतराल से आरोप लगता रहा है। इस पर अनुच्छेद 370 और 35 ए की समाप्ति के बाद रोक लगने की आशा जगी थी, वह धूमिल हो गई है। स्थानीय लोगों की मानें तो अनुच्छेद समाप्त हुआ है परंतु कार्यप्रणाली वही है।

152

जम्मू कश्मीर भी कोरोना की मार से परेशान है। प्राण वायु और दवाइयों के लिए जो पीड़ा राष्ट्र भुगत रहा है उससे यह राज्य अछूता नहीं है। लेकिन इसके अतिरिक्त भी एक पीड़ा से यहां के लोग जूझ रहे हैं, जो है कश्मीर के नाम पर जम्मू की अनदेखी का दर्द। इससे पीड़ित जम्मू के लोगों की एक ही मांग है कि घाटी की खिदमत में जम्मू का दम न घोंटे।

जर्मनी के म्यूनिख से सात ऑक्सीजन जनरेटर्स श्रीनगर पहुंचे थे। इसमें से सभी को कश्मीर के हवाले कर दिया गया, जबकि कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा जम्मू में भी बढ़ रहा है। राज्य में कोविड-19 से होनेवाली मौत में अधिकांश जम्मू में हो रही हैं। जो जम्मू में कोविड-19 के उपचार में कोताही की दिग्दर्शिका भी कही जा सकती है।

ये भी पढ़ें – कौन चुनेगा दलाई लामा का उत्तराधिकारी? चीन की चेतावनी

जम्मू के कोविड-19 संक्रमितों से भी साजिश
जम्मू के कोविड-19 संक्रमितों का दम अधिक निकल रहा है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य संसाधनों का बंटवारा जम्मू और कश्मीर के मध्य समान रूप से या आवश्यकता के अनुसार किया जाए तो सात ऑक्सीजन जनरेटर में से जम्मू के हिस्से भी कुछ आना चाहिए था।

इस विषय में इक्कजुट्ट जम्मू के अध्यक्ष अंकुश शर्मा ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का ध्यान इस ओर केंद्रित किया है। उन्होंने महामारी काल में जम्मू की इस अनदेखी पर उत्तर मांग है।

यह कुछ लोगों की आपराधिक साजिश है, जो प्रशासनिक स्तर पर पहले दिन से की जा रही है। राजौरी-पुंछ, डोडा-किश्तवाड़-भादेरवाह कई विधायक कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों को देते  हैं लेकिन उनका हिस्सा नेशनल कॉन्फ्रेन्स और पीडीपी द्वारा रोक दिया जाता है। भाजपा के भी यहां से दो राष्ट्रवादी सांसद हैं लेकिन इसके बाद भी जम्मू का भविष्य अधर में लटका पड़ा है।

वे बताते हैं, सात ऑक्सीजन जनरेटर में से श्रीनगर को 2, बारामुला को 2, शोपियां 1, अनन्तनाग 1, बांदिपोरा को 1 मिलना है।

ऐसी है कोराना की गति
राज्य में पिछले चौबीस घंटें में 3,848 नए संक्रमित पाए गए हैं। इसमें से कश्मीर में 2,406 और जम्मू में 1,442 नए संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा 24 घंटे में कुल 43 लोगों की मृत्यु हुई है। जिसमें से जम्मू में 27 और कश्मीर में 16 की मौत हुई है। जम्मू में पहला म्यूकरमाइसोसिस का मरीज पाया गया है। यदि राज्य के कोरोना संक्रमितों के कुल आंकड़ों को देखें तो राज्य में होने वाली कुल मौतों में जम्मू का आंकड़ा कश्मीर से अधिक है।

ये भी पढ़ें – जानें कब और कैसे हुआ ‘चिपको’ आंदोलन का उदय?

  • कश्मीर – यहां कुल 1,59,347 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिसमें 1,27,899 संक्रमित ठीक हो चुके हैं और कुल 1,810 लोगों की मौत हुई है।
  • जम्मू – यहां कुल 1,00,710 लोग संक्रमित मिले हैं जिसमें से 78,182 लोग ठीक हो चुके हैं और 1,612 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

पर्यटन क्षेत्र में भी जम्मू के साथ भेदभाव
कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थिति में जम्मू कश्मीर के पर्यटन उद्योग को भी हानि उठानी पड़ी है। इस क्षेत्र को सरकार ने आर्थिक सहायता जारी की है, जिसमें से कश्मीर को 99.43 प्रतिशत और जम्मू को मात्र 0.57 प्रतिशत का हिस्सा मिला है।

समाचार माध्यम अमर उजाला के अनुसार इस संदर्भ में जम्मू होटल एंड लॉज एसोशिएशन की एक बैठक हुई थी। जिसमें अध्यक्ष इंद्रजीत खजूरिया ने भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग सभी जगहों पर समान रूप से प्रभावित हो रहा है, सब समाप्ति की राह पर है लेकिन सरकार फिर भी भेदभाव कर रही है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.