भारतीय जनता पार्टी की नेता पंकजा मुंडे का महाराष्ट्र भाजपा में बड़ा कद है। वे सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। लेकिन परली से विधान सभा चुनाव पराजित होने के बाद राज्य की राजनीति में वे बहुत सक्रिय नहीं हैं। इसके चलते कई बार चर्चा हुई कि वे किसी अन्य दल में भी जा रही हैं, पर ऐसा हुआ नहीं, अब एक ट्वीट ने सोशियल मीडिया पर इस तान को फिर छेड़ दिया है कि क्या पंकजा मुंडे कांग्रेस का दामन थामेंगी?
ट्विटर पर पंकजा ने दादर के कबूतरखाना के पास वाले हनुमान जी के मंदिर की फोटो ट्वीट की है, जिसमें मंदिर के आगे जिसस क्राइस्ट और गुंबद के पीछे चांदतारा दिख रहा है। इसमें पंकजा ने लिखा है,
मेरे पति ने ये फोटो मुझे भेजी है, उन्होंने खुद खींची है। मैं समझ गई क्या कहती है ये तस्वीर, इसके मायने क्या हैं, अगर दुनिया समझ जाए तो क्या हो। आप समझ गए ना? विविधता फिर भी एकात्मता
पंकजा मुंडे का यह ट्वीट तेजी से फैला और ट्विटर यूजर्स ने झट से पूछ लिया कांग्रेस में जा रही हैं क्या?
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सर्वधर्मसमभावचा किडा येतोय.. पक्षांतराचा विचार येतोय का मनात ताईसाहेब..?🤦🏻♂️😛
— Dr. Sunil P. Bharade (@SunnilBharade) May 22, 2021
इस प्रकार एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, बहुत हुआ सर्वधर्म समभाव, मुस्लिम व ईसाई लोग कभी भी यह भावना जाहिर तौर पर बोलकर का अपने आचरण में नहीं दिखाते।
पुष्कळ झाले समधर्म समभाव पण मुस्लिम व ख्रिस्त लोक कधीच ही भावना उघडपणे बोलून किंवा आचरणातून दाखवत नाही.
— Vikas Raut (@Vikasvraut2) May 22, 2021
पंकजा की नाराजगी
2019 के विधान सभा चुनाव में पंकजा मुंडे अपनी परंपरागत परली सीट से उम्मीदवार थीं। यहां से उन्हें टक्कर देने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार थे उनके चचेरे भाई धनंजय मुंडे, इस चुनाव में पंकजा के हाथ हार लगी। जिसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर भीतराघात का आरोप लगाया और एक बार फिर उनकी नाराजगी की बातें शुरू हो गई। पंकजा मुंडे ने अपनी ट्विटर प्रोफाइल से भाजपा का टैग हटा दिया। फेसबुक पर भी वे संकेत देती रहीं।
वैसे, भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस का उदय पार्टी के कई नेताओं को खल गया था। उसमें से एक नाम पंकजा मुंडे का भी था। पंकजा मुंडे अपने आपको एक नेता के रूप में स्थापित कर चुकी हैं, उनकी बहन भी भाजपा से सांसद हैं तो दूसरी ओर उनके पास अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की विरासत भी है। ऐसे में विपक्ष में बैठने के बाद नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी बड़ी उम्मीदें टिकी हुई थीं, जिसे विधान सभा में नेता विपक्ष का पद देवेंद्र फडणवीस ने अपने पास रख लिया तो विधान परिषद में इसे दूसरे पक्ष से आए प्रवीण दरेकर को दिलवा दिया।
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हांलाकि, भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने पंकजा मुंडे को मध्य प्रदेश का सह प्रभारी बनाकर एक जिमेमदारी दे दी इसके पश्चात जेपी नड्डा की टीम में उन्हें राष्ट्रीय सचिव बना दिया गया है। लेकिन, राज्य की राजनीति देवेंद्र फडणवीस और आयातित नेताओं के इर्दगिर्द ही घिर कर रह गई है।