अमेरिका (US) और चीन (China) के बीच टैरिफ (Tariffs) को लेकर जारी तनाव ने अब और गंभीर रूप ले लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) ने चीन से आयात होने वाले कुछ सामानों पर 104 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 08 अप्रैल की आधी रात यानी 09 अप्रैल से प्रभावी होगा। यह कदम चीन द्वारा अमेरिका पर 34 प्रतिशत के अतिरिक्त टैरिफ (Additional Tariffs) लगाए जाने के जवाब में उठाया गया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे (Karin Jean-Pierre) ने एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि बीजिंग द्वारा टैरिफ वापसी से इनकार करने के बाद अमेरिका ने यह कड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “अमेरिका अपने हितों की रक्षा करेगा और चीन के अनुचित व्यापारिक व्यवहार को स्वीकार नहीं करेगा। 09 अप्रैल से यह टैरिफ प्रभावी हो जाएगा।”
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कड़े कदम उठाने के लिए पूरी तरह तैयार
फॉक्स बिजनेस की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर चीन 08 अप्रैल तक अपने टैरिफ निर्णय को वापस नहीं लेता है, तो अमेरिका 50 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाएगा। लेकिन अब यह शुल्क बढ़ाकर 104 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे स्पष्ट है कि अमेरिका चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
वैश्विक बाजारों में अस्थिरता
इस फैसले के बाद चीन की प्रतिक्रिया भी तीखी रही। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “एक गलती के ऊपर एक और गलती” करार दिया और “अंत तक लड़ने” की चेतावनी दी। मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका का यह कदम न केवल द्विपक्षीय व्यापार को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि वैश्विक बाजारों में अस्थिरता भी बढ़ाएगा।