26/11 मुंबई आतंकी हमलों की साजिश के लिए वांछित पाकिस्तानी मूल के कनाडाई-अमेरिकी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया है। उसे विशेष विमान से दिल्ली लाया गया है। एनआईए अब उससे पूछताछ करेगी। 2008 में 166 से अधिक लोगों की जान लेने वाले हमलों के 17 साल बाद अब उसके भारत में मुकदमे का सामना करना होगा।
एनआईए ने दाखिल किया था आरोप पत्र
2011 में, एनआईए ने तहव्वुर राणा के खिलाफ उसकी अनुपस्थिति में आरोप-पत्र दाखिल किया था, जब उसे लश्कर-ए-तैयबा के मास्टरमाइंड डेविड हेडली के साथी के रूप में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा राणा के प्रत्यर्पण को रद्द करने की याचिका खारिज करने के बाद, उसे भारत लाने की अगली कानूनी प्रक्रिया शुरू हुई। राणा को विशेष विमान से भारत लाया गया।
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उसने लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के इशारे पर मुंबई हमलों के षड्यंत्र के लिए टोही अभियान चलाया था। विशेष रूप से, राणा मुंबई हमलों के षड्यंत्र रचने में शामिल था। उसने हेडली को वीजा दिलाने में सहायता की थी तथा भारत यात्रा करने के लिए झूठी पहचान बनाई थी।
तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सबसे पहले उसे हिरासत में लिया। अब एजेंसी के अधिकारी उससे पूछताछ करेंगे। एनआईए की हिरासत में उनसे पूछताछ की जिम्मेदारी एनआईए प्रमुख और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सदानंद दाते पर है। संयोगवश, सदानंद दाते, जो राणा की जांच के लिए जिम्मेदार थे, ने 26/11 के आतंकवादी हमलों को करीब से देखा था। उस समय उन्होंने कामा अस्पताल में पाकिस्तानी आतंकवादियों से मुकाबला किया था और आम लोगों की जान बच गयी थी।
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कौन हैं सदानंद दाते?
सदानंद दाते महाराष्ट्र कैडर के 1990 बैच के वरिष्ठ आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी हैं। उनकी गिनती भारत के सबसे बहादुर और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों में होती थी। सदानंद दाते को विशेष रूप से 2008 में 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान उनकी बहादुरी के लिए जाना जाता है। सदानंद दाते महाराष्ट्र कैडर में कार्यरत हैं। इसने समय-समय पर एनआईए और केंद्रीय एजेंसियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया था। उस समय सदानंद दाते मुंबई क्राइम ब्रांच में कार्यरत थे।
SWAT कमांडो तैयार
तहव्वुर राणा के भारत में प्रवेश करते ही एनआईए की टीम उसे हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। उनके साथ स्वाट कमांडो भी तैयार हैं। इसके अलावा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा शाखा हवाई अड्डे के बाहर मुस्तैद थे।