राजे शिवराय प्रतिष्ठान के अध्यक्ष और भाजपा युवा मोर्चा पुणे शहर के उपाध्यक्ष महेश पावले ने वारजे पुलिस स्टेशन (पुणे सिटी पुलिस) में छत्रपति संभाजी महाराज पर लिखी पुस्तक में कथित रुप से आपत्तिजनक बातें लिखने के खिलाफ पुस्तक के लेखक और पत्रकार गिरीश कुबेर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
पत्रकार गिरीश कुबेर द्वारा लिखित पुस्तक ‘रेनिसान्स स्टेटः द अनरिटेन स्टोरी ऑफ द मेकिंग ऑफ महाराष्ट्र’ का पेज 76 सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। महेश पावले का आरोप है कि कुबेर ने संभाजी महाराज के बारे में पुस्तक में गलत जानकारी दी है। पुस्तक में लिखा गया है कि संभाजी महाराज ने सोयराबाई रानीसाहेब की कथित रुप से हत्या कर दी थी, जबकि इस बात का कोई समकालीन प्रमाण नहीं है।
समाज में सम्मानजनक स्थान
पावले का आरोप है कि संभाजी महाराज के प्रशासन के बारे में भी पुस्तक में झूठी और निराधार जानकारी दी गई है।
उनका कहना है कि छत्रपति संभाजी महाराज का समाज में बहुत ही सम्मानजनक स्थान है। इसलिए उन्हें गलत जानकारी देकर बदनाम किए जाने से समाज में भूचाल आ गया है। महाराष्ट्र के कई गणमान्य व्यक्तियों ने गिरीश कुबेर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है और उनकी पुस्तक’रेनिसान्स स्टेटः द अनरिटेन स्टोरी ऑफ द मेकिंग ऑफ महाराष्ट्र’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
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महेश पावले का आरोप
महेश पावले ने मीडिया को दी गई जानकारी में कहा है कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि प्रतिष्ठित इतिहासकारों ने गलत जानकारियों को हटाकर संभाजी महाराज का सच्चा इतिहास दुनिया के सामने लाया है। फिलहाल इस बात की जांच करने की जरूरत है कि गिरीश कुबेर ने अपनी पुस्तक में झूठी जानकारी क्यों शामिल की, जबकि संभाजी महाराज के बारे में प्रामाणिक ऐतिहासिक जानकारियां उपलब्ध हैं। महेश पावले ने कहा है कि लेखक गिरीश कुबेर और पुस्तक के प्रकाशक के खिलाफ पूरी जांच के लिए मामला दर्ज करना समाज के हित में है। पावले के साथ राजे शिवराय प्रतिष्ठान के कार्यकर्ता रंजीत तेमघरे, अमित जाधव और लक्ष्मीकांत मोरे भी उपस्थित थे।