भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी डोमिनिका में आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) की हिरासत में है। एंटीगुआ मीडिया द्वारा यह जानकारी दी गई है। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी और भगोड़ा घोषित मेहुल चोकसी एंटीगुआ से लापता हो गया था। 23 मई से ही एंटीगुआ पुलिस उसकी छानबीन में जुटी है। माना जा रहा था कि वह एंटीगुआ से क्यूबा चला गया है। लेकिन अब उसके डोमिनिका में पकड़े जाने की जानकारी मिली है।
अचानक एंटीगुआ से लापता हो जाने के बाद उसका परिवार भी चिंतित बताया जा रहा था। चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा था कि उसके अचानक गायब हो जाने से उसका परिवार चिंता में है।
Fugitive diamantaire Mehul Choksi is in the custody of the Criminal Investigation Department (CID) in Dominica, reports Antigua media
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— ANI (@ANI) May 26, 2021
एंटीगुआ पुलिस कर रही थी युद्ध स्तर पर तलाश
फिलहाल 23 मई से एंटीगुआ की पुलिस युद्ध स्तर पर उसकी तलाश में जुटी है। अब जाकर पता चला है कि वह डोमिनिका में है। हालांकि आधिकारिक रुप से इस खबर की पुष्टि नहीं हो पाई है। मिली जानकारी के अनुसार एंटीगुआ की एजेंसियां उसे वापस ला रही हैं। बता दें कि डोमिनिका एंटीगुआ का पड़ोसी देश है।
पीएनबी घोटाले का आरोपी है मेहुल चोकसी
मेहुल चोकसी पीएनबी घोटाले का आरोपी है। उसके खिलाफ इंटरपोल ने भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है। पहले एंटीगुआ से उसे क्यूबा भागने की खबर थी।
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नागरिकता खत्म होने की थी खबर
मार्च में एंटीगुआ में उसकी नागरिकता खत्म होने की खबर आई थी। बताया गया था कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के बाद अब मेहुल चोकसी की परेशानी भी बढ़ती जा रही है। चोकसी की कैरेबियाई राष्ट्र के निवेश कार्यक्रम(सीआईपी) की वजह से मिली एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता खतरे में पड़ गई है। हालांकि चोकसी ने इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
मेहुल चोकसी ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
अपनी नागरिकता को लेकर मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ के कोर्ट का रुख किया था। एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ रियोनेल हर्स्ट ने इस बारे में बताया कि मामले को हल होने में 7 साल का समय लग सकता है। फिलहाल मामला कोर्ट ऑफ अपील्स में जाएगा। उसके बाद लंदन में प्रिव्यू काउंसिल अंतिम न्यायालय में जाएगा। यानी 2027 से पहले चोकसी का भारत प्रत्यर्पण मुश्किल है। उसे भारत वापस लाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो( सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) समेत देश की कई एजेंसियां जुटी हुई हैं।
चोकसी के वकील का दावा
इस बीच चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने मेहुल चोकसी की नागरिकता खत्म किए जाने के मामले में बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि उनके क्लाइंट ने दावा किया है कि वे एंटिगुआ के नागरिक हैं। उनकी नागरिकता रद्द नहीं हुई है।
कैसे मिलती है नागरिकता?
एंटीगुआ के सीआईयू ( सिटीजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट यूनिट) द्वारा चलाया जाने वाला सीआईपी किसी ऐसे व्यक्ति को नागरिकता देने की अनुमति देता है, जो 200 हजार डॉलर का निवेश करे। इसी सीआईपी कार्यक्रम के तहत मेहुल चोकसी को एंटीगुआ ने अपनी नागरिकता दी है, लेकिन भारत में दर्ज उसके मामले के कारण उसकी नागरिकता पर संकट का बादल मंडरा रहा है।
खास बातें
- पीएनबी घोटाले के तहत चोकसी के भांजे नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर 13 हजार करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। यह मामला 2018 की शुरुआत में सामने आया था।
- इस घोटाले में हीरा व्यापारी नीरव मोदी के साथ ही उसकी पत्नी ऐमी, भाई निशाल और उसका मामा मेहुल चोकसी मुख्य अभियुक्त हैं।
- मेहुल चोकसी को 15 जनवरी 2018 को एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता मिल गई थी।
- 17 जून को चोकसी ने बॉम्बे हाई कोर्ट में हलफनामा दायर कर पीएनबी घोटाल में सहयोग करने की इच्छा जताई थी।
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