देश में कोरोना कंट्रोल में आते देख केंद्र और राज्य सरकारों ने लागू पाबंदियों में ढील देने की दिशा में कद उठाने शुरू कर दिए हैं। कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक साबित हुई। इस कारण राज्य स्तर पर कई तरह के कदम उठाए गए हैं। कई राज्यों में कड़े प्रतिबंध के साथ लॉकडाउन लागू किया गया है।
पिछले करीब 15-20 दिनों से कोरोना संक्रमण में कमी देखी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर का पीक पार कर चुका है। इसके मद्देनजर सरकारें भी धीरे-धीरे अनलॉक प्रक्रिया की ओर बढ़ने लगी हैं।
1 जून से दी जाएगी ढील
बता दें कि लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां भी बंद हैं। इस कारण व्यापारियों के साथ ही श्रमिकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसे देखते हुए अगले महीने से कई राज्यों ने लॉकडाउन की प्रक्रिया में ढील देने की घोषणा की है।
बैठक में लिया गया निर्णय
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि 31 मई से अनलॉक प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि ऐसा तभी किया जाएगा, जब कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट जारी रहेगी। मुख्यमंत्री और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
केजरीवाल ने अनलॉक की प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं दी है। समझा जा रहा है कि पहले की तरह चरणबद्ध तरीके से अनलॉक की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
ये किए जा सकते हैं शुरू
- शुरू में निर्माण और कल कारखानों को खोला जाएगा।
- कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मेट्रो शुरू करने की भी इजाजत दी सकती है।
- बाजारों को भी सावधानी बरतते हुए खोलने की इजाजत दी जा सकती है।
- नियमों के तहत सरकारी कार्यालयों को भी खोला जा सकता है।