अपने पिता और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के टीका लगवाने के बाद अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी टीका लगवाएंगे। इससे पहले उन्होंने टीका लगवाने से इनकार किया था। इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर खिंचाई की जा रही है।
8 जून को अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि लोगों के गुस्से को देखते हुए आखिरकार केंद्र सरकार ने कोरोना के टीके के राजनीतिकरण की जगह ये घोषणा की कि वो देश के सभी लोगों का टीकाकरण करेगी। मैं भाजपा के टीके के खिलाफ था, लेकिन भारत सरकार के टीके का स्वागत करते हुए मैं भी टीका लगवाऊंगा। इसके साथ ही उन्होंने जो लोग टीके की किल्लत के कारण टीका नहीं लगवा पाए थे, उनसे भी अब वैक्सीन लगवाने की अपील की।
जनाक्रोश को देखते हुए आख़िरकार सरकार ने कोरोना के टीके के राजनीतिकरण की जगह ये घोषणा करी कि वो टीके लगवाएगी।
हम भाजपा के टीके के ख़िलाफ़ थे पर ‘भारत सरकार’ के टीके का स्वागत करते हुए हम भी टीका लगवाएंगे व टीके की कमी से जो लोग लगवा नहीं सके थे उनसे भी लगवाने की अपील करते हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 8, 2021
भाजपा ने कसा तंज
बता दें कि मुलायम सिंह यादव के टीका लगवाने की फोटो वायरल होते ही भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव पर तंज कसना शुरू कर दिया। यूपी भाजपा की ओर से कहा गया कि आखिर मुलायम ने भाजपा का टीका लगवा ही लिया। अब वो भाजपा का प्रचार करेंगे और अपने बेटे द्वारा फैलाए गए भ्रम को तोड़ देंगे।
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उपमुख्यमंत्री ने कही ये बात
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव स्वदेशी वैक्सीन लगवाने के लिए आपका धन्यवाद। आपका टीका लगवाना इस बात का प्रमाण है कि अखिलेश यादव द्वारा वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाई गई थी। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
अपने स्टैंड से यूं बदलते गए सपा प्रमुख
बता दें कि पहले वैक्सीन को भाजपा का टीका बताकर अखिलेश यादव ने इसे लगवाने से इनकार कर दिया था। लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि वैक्सीन का पूर्ण परीक्षण होने के बाद वे टीका लगवाएंगे। इसके साथ ही कोरोना की दूसरी लहर में वे सबको मुफ्त वैक्सीनेशन की मांग करने लगे थे।